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धर्म-अध्यात्म
इन स्थानों पर विराजमान हैं भगवान शिव, दर्शन ख़त्म होंगे पाप
Tara Tandi
1 July 2021 11:48 AM GMT
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क| सावन का महीना शुरू होने वाला है। सावन माह भगवान शिव को समर्पित होता है। सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। वैसे तो सालभर शिव के पावन धामों में भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन सावन के पावन माह में शिव के पवित्र धामों में भक्तों की संख्या बढ़ जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं। देश के अलग- अलग हिस्सों में ये ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं। ऐसा माना जाता है कि इन स्थानों पर भगवान शिव स्वयं विराजमान हैं। इन 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने का विशेष महत्व होता है। शिव के इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है और मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं देश में कहां- कहां स्थित हैं भगवान शिव के ज्योर्तिलिंग...
पहला ज्योर्तिलिंग- सोमनाथ (गुजरात)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पृथ्वी का पहला ज्योर्तिलिंग गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित है। इस ज्योर्तिलिंग को सोमनाथ ज्योर्तिलिंग के नाम से जाना जाता है।
दूसरा ज्योर्तिलिंग- मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश)
दूसरा ज्योर्तिलिंग में आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल पर्वत पर स्थित है। इस ज्योर्तिलिंग को मल्लिकार्जुन ज्योर्तिलिंग के नाम से जाना जाता है।
तीसरा ज्योर्तिलिंग- महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग (मध्य प्रदेश)
तीसरा ज्योर्तिलिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। इस ज्योर्तिलिंग को महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग के नाम से जाना जाता है। इस ज्योर्तिलिंग का विशेष महत्व है। यह एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योर्तिलिंग है।
चौथा ज्योर्तिलिंग- ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग (मध्य प्रदेश)
चौथा ज्योर्तिलिंग मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित है। यह ज्योर्तिलिंग नर्मदा नदी के पास में है। इस ज्योर्तिलिंग को ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के नाम से जाना जाता है। इस स्थान पर पहाड़ी के चारो ओर नदी बहती है और ऊॅं का आकार बनता है।
Tara Tandi
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