धर्म-अध्यात्म

भगवान कृष्ण ने शनिदेव को कोयल के रूप में दिए थे दर्शन, जानें इससे जुड़ी पौराणिक कथा के बारे में

Ritisha Jaiswal
2 May 2021 6:00 AM GMT
भगवान कृष्ण ने शनिदेव को कोयल के रूप में दिए थे दर्शन, जानें इससे जुड़ी पौराणिक कथा के बारे में
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उत्तर प्रदेश में भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा के पास कोसी कलां में शनिदेव का एक बेहद प्रसिद्ध मंदिर है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | उत्तर प्रदेश में भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा के पास कोसी कलां में शनिदेव का एक बेहद प्रसिद्ध मंदिर है जिसका नाम कोकिलावन धाम शनि मंदिर है. इस मंदिर का भगवान कृष्ण से भी खास रिश्ता है. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई भक्त इस मंदिर में आकर शनिदेव पर तेल चढ़ाता है तो उसे शनि के प्रकोप और कुदृष्टि से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही मंदिर की परिक्रमा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होने की बात भी कही जाती है.

मंदिर की परिक्रमा करने वाले को शनि कष्ट नहीं पहुंचाते
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक कोसी कलां की इसी जगह पर खुद भगवान कृष्ण (Lord Krishna) ने शनिदेव को दर्शन दिए थे और वरदान दिया था कि जो भी मनुष्य पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ इस वन की परिक्रमा करेगा उसे शनि कभी कष्ट नहीं पहुंचाएंगे. इस मंदिर का नाम कोकिलावन क्यों पड़ा, इसके पीछे भी एक पौराणिक कथा है.
कोकिलावन मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा
शनिदेव भगवान कृष्ण के बड़े भक्त हैं और ऐसी मान्यता है कि अपने इष्ट देव के दर्शन करने के लिए एक बार शनिदेव ने कड़ी तपस्या की, तब जाकर वन में भगवान कृष्ण ने उन्हें कोयल के रूप में दर्शन दिए थे. जिस वन में भगवान कृष्ण ने शनि देव को दर्शन दिए थे आज उसी स्थान को कोकिलावन के नाम से जाना जाता है और शनिदेव का यह मंदिर इसी जगह पर है.


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