- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- आइए जानते हैं,पंचमी पर...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। माघ माह (Magh Month) के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का पर्व मनाते हैं. इस दिन सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) होती है. इस वर्ष सरस्वती पूजा 05 फरवरी दिन शनिवार को है. वसंत पंचमी के दिन लोग एक दूसरे को गुलाल लगाते हैं और पीले वस्त्र पहनते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां सरस्वती को पीला रंग अत्यधिक प्रिय है, इसलिए वसंत पंचमी को पीले रंग की वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है. वसंत पंचमी के दिन से ही ऋतुराज वसंत का आगमन माना जाता है, पृथ्वी पर चारों ओर सरसों के पीले फूल खिले होते हैं, ऐसा लगता है मानों धरती ने पीली चारद ओढ़ रखी हो. पेड़ों पर नई कोपलें आने लगती हैं, प्रकृति में जैसे नए जीवन का संचार होता है. पीले रंग को समृद्धि एवं संपन्नता का प्रतीक भी माना जाता है.
वसंत पंचमी के दिन प्रेम के देवता (God Of Love) कामदेव (Kamdev) की भी पूजा होती है, उनकी कृपा से पृथ्वी पर प्रेम का संचार होता है. उनका एक नाम अनंग है यानी बिना अंगों वाले. इसका अर्थ यह है कि कामदेव सभी जीवों में एक भाव स्वरूप में विद्यमान होते हैं. जिस वजह से सभी जीवों में काम एवं प्रेम की भावना होती है. इन सबके अलावा बड़ा प्रश्न यह है कि वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा क्यों करते हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में.