धर्म-अध्यात्म

बरसाने में हुई लठमार होली की शुरुआत, जानें अनोखी परंपरा

Tara Tandi
18 March 2024 12:50 PM GMT
बरसाने में हुई लठमार होली की शुरुआत, जानें अनोखी परंपरा
x
ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में बहुत सारे त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन होली बेहद अहम मानी जाती है जो कि हर साल फाल्गुन मास में आती है होली का त्योहार देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है इस बार होली 25 मार्च दिन सोमवार को पड़ रही है। दुनियाभर में ब्रज की होली बहुत प्रसिद्ध है। होली के दीवानों को इस त्योहार का बड़ी बेसब्री से इंतजार होता है।
बरसाना, मथुरा और वृंदावन में कई तरह से होली खेली जाती है इनमें से एक लट्ठमार होली भी है लट्ठमार होली को देखने के लिए लोग देश दुनिया भर से आते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा लट्ठमार होली के विशेष में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
लट्ठमार होली से जुड़ी जानकारी—
आपको बता दें कि इस साल लट्ठमार होली का आरंभ 18 मार्च दिन सोमवार यानी की आज से हो चुका है। ब्रज में ये त्योहार पूरे 40 दिनों तक मनाया जाता है और इसकी शुरुआत राधा जी की जन्मस्थली बरसाना से होती है। देशभर में मशहूर बरसाना की लट्ठमार होली देखने के लिए लोग दुनियाभर से आते हैं। लट्ठमार होली के दौरान यहां की महिलाएं पुरुषों पर लाठी बरसाती है इस दौरान पुरुष भी खूब आनंद लेते हैं। लट्ठमार होली राधा कृष्ण के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
देशभर में मथुरा और ब्रज की होली अपनी अनूठी परंपराओं के लिए जानी जाती है इस दौरान कई तरह की होली मनाई जाती है जिसमें फूलों की होली से लेकर लट्ठमार होली खेलने व देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं होली के दौरान नंदगांव के ग्वाल होली खेलने के लिए बरसाने जाते हैं जहां गांव की महिलाएं उन पर लाठी बरसाती हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण अपने मित्रों के साथ राधा रानी और उनकी सखियों के संग लट्ठमार होली खेलते थे। जिसके बाद ही इस परंपरा का आरंभ हुआ था।
Next Story