धर्म-अध्यात्म

कुंभ संक्रांति आज, जानें स्‍नान और दान का सबसे शुभ समय

Teja
13 Feb 2022 5:33 AM GMT
कुंभ संक्रांति आज, जानें स्‍नान और दान का सबसे शुभ समय
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कुंभ संक्रांति हिंदुओं के महत्‍वपूर्ण पर्वों में से एक है. इस साल ये पर्व 13 फरवरी यानि आज मनाया जा रहा है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कुंभ संक्रांति हिंदुओं के महत्‍वपूर्ण पर्वों में से एक है. इस साल ये पर्व 13 फरवरी यानि आज मनाया जा रहा है. इस दिन सूर्य, मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं. ऐसी मान्‍यता है कि ब्रह्म मुहूर्त में उठकर. सूर्य उपासना करने और उन्‍हें अर्घ्‍य देने से भगवान सूर्य प्रसन्‍न होते हैं. इस दिन दान अवश्‍य करें. खानपान की चीजों, कपड़े दान कर सकते हैं. गरीबों को ये सब दान करें. कुंभ संक्रांति पर गौ दान का बहुत महत्‍व है और इस दिन गौ दान करने से लाभ और पुण्‍य मिलता है.

शुभ मुहूर्त और दान का समय
कुंभ संक्रांति (Kumbha Sankranti): रव‍िवार 13 फरवरी 2022
कुंभ संक्रांति पुण्‍य काल (Kumbha Sankranti Punya Kala) : सुबह 07:01 से दोपहर 12:35 बजे तक
अवधि : 05 घंटे 34 मिनट
कुंभ संक्रांति महा पुण्‍य काल (Kumbha Sankranti Maha Punya Kala) : सुबह 07:01 से सुबह 08:53 बजे तक
अवध‍ि : 01 घंटे 51 मिनट
दान का महत्‍व
मकर संक्रांति के बाद अगली संक्रांति होती है कुंभ संक्रांति. पूर्णिमा, अमावस्या और एकादशी का जितना महत्व है उतना ही महत्व संक्रांति तिथि का भी है. मकर संक्रांति की ही तरह कुंभ संक्रांति पर भी स्नान-ध्यान, दान-पुण्य का विशेष महत्‍व है. संक्रांति के दिन स्‍नान से जातक को ब्रह्म लोक की प्राप्ति होती है. देवी पुराण में कहा गया है की संक्रांति के दिन जो स्‍नान नहीं करता, दरिद्रता उसे कई जन्मों तक घेरे रहती है.
पूजा विध‍ि
कुंभ संक्रांति के दिन सुबह उठकर स्‍नान कर लें. इस दिन गंगा स्‍नान का खास महत्‍व है. लेकिन अगर ऐसा नहीं कर पाएं तो पानी में गंगा जल मिला लें और तिल भी. उसके बाद भगवान सूर्य को अर्घ्‍य दें और मंद‍िर में दीप जलाएं. भगवान सूर्य के 108 नामों का जाप करें, सूर्य चालीसा पढें और आरती पढें. पूजा करने के बाद किसी गरीब को या पंडित को दान की सामग्री दें. दान के लिये खाने पीने की चीजें, जैसे चावल, दाल आलू के साथ अपनी क्षमता के अनुसार वस्‍त्र का दान भी करें.


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