धर्म-अध्यात्म

महाकाल की नगरी में 2 दिन मनाया जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी

Manish Sahu
6 Sep 2023 2:01 PM GMT
महाकाल की नगरी में 2 दिन मनाया जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी
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धर्म अध्यात्म: उज्जैन. महाकाल की नगरी उज्जैन में कृष्ण का जन्मोत्सव दो दिन मनाया जाएगा. महाकाल मंदिर, गोपाल मंदिर, सांदीपनि आश्रम और इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से बनाई जाएगी. गुरु सांदीपनि आश्रम में श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली में कृष्ण जन्म उत्सव आज रात 12:00 बजे मनाया जाएगा जिसमें विधि विधान से पूजन पाठ किया जाएगा. फिर कल पूरे दिन जन्माष्टमी का पर्व दिनभर मनेगा. सांदीपनि आश्रम में जन्म उत्सव के आयोजन में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव शामिल होंगे.
उज्जैन नगरी में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है. जन्मोत्सव दो दिन तक मनाया जाएगा. दो दिन के उत्सव में श्री महाकालेश्वर मंदिर और बड़े गोपाल मंदिर में शाम 6 बजे पंचामृत पूजन अभिषेक कर दिव्य श्रृंगार किया जाएगा. रात 12 बजे 1015 दीपक से आरती की जाएगी. वही सांदीपनि आश्रम में भी जन्माष्टमी का पर्व बुधवार को मनाया जा रहा है.
प्रातः4:30 मंगल आरती
प्रातः 4:55 नृसिंह आरती
प्रातः 5:05 तुलसी आरती
प्रातः 5:15 भगवदगीता पाठ
प्रातः 5:30 हरे कृष्ण “महामंत्र” जप
प्रातः 7:25 नृसिंह आरती
प्रातः 7:30 श्रंगार आरती, गुरुपूजा
प्रातः 8:00 भागवत कथा
प्रातः 8:30 बालभोग आरती
दौप: 12:15 राजभोग आरती
दौपहर 1 बजे से 4 बजे तक पट बंद
सांय: 4 धूप आरती
सांय: 6:15 तुलसी आरती(ग्रीष्म) 6/40
सांय: 6:30 संध्या आरती(ग्रीष्म) 7बजे
सांय: 7:40से 8:30 तक पट बंद (ग्रीष्म) 8/10से9 बजे
रात्रि: 8:30 शयन आरती (ग्रीष्म) 9बजे
रात्रि 8:45 पट बंद (ग्रीष्म) 9:15
सांदीपनि आश्रम -यहां कृष्ण ने 64 दिन में 64 कलाएं सीखीं
पंडित रूपम व्यास ने बताया भगवान श्री कृष्ण की पहली पाठशाला सांदीपनि आश्रम में रात 12 बजे भगवान की आरती की जाएगी. इससे पहले भगवान श्री कृष्ण का भुट्टे, नीबू और मधुमती के फूल से दिव्य श्रृंगार किया जाएगा. जन्माष्टमी के पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. आज सुबह से ही भक्तों का सिलसिला शुरू हो चुका है.
कृष्ण-सुदामा की दोस्ती का आश्रम
महर्षि सांदीपनि का यह आश्रम में भगवान श्री कृष्ण सहित बलराम और सुदामा ने गुरु सांदीपनि से शिक्षा ग्रहण की थी. श्री कृष्ण ने गुरु सांदीपनि से 4 दिन 4 वेद , 6 दिन में 6 शास्त्र, 16 दिन में 16 विधा,18 दिन में 18 पुराण सहित कुल 64 दिन में 64 अलग अलग कलाओं का ज्ञान अर्जित किया था. सुदामा और श्री कृष्ण की दोस्ती भी उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में हुई थी.
इस्कॉन मंदिर में कार्यक्रम
इस्कॉन मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया इस्कॉन मंदिर में 7 सितंबर को लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव रात्रि में मनाया जाएगा इसके अलावा मंदिर में जन्माष्टमी पर अन्य आयोजन भी होंगे.
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