धर्म-अध्यात्म

जानिए रमजान में चांद दिखना क्यों हैं जरूरी

Tara Tandi
4 April 2022 5:29 AM GMT
जानिए रमजान में चांद दिखना क्यों हैं जरूरी
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जानिए रमजान में चांद दिखना क्यों हैं जरूरी

मुस्लिम समुदाय के सबसे पाक महीने रमजान की शुरुआत 2 अप्रैल से हो चुकी है। इसके साथ ही 3 अप्रैल को पहला रोजा रखा गया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुस्लिम समुदाय के सबसे पाक महीने रमजान की शुरुआत 2 अप्रैल से हो चुकी है। इसके साथ ही 3 अप्रैल को पहला रोजा रखा गया। इस्लामी कैंलेडर के अनुसार, रमजान नौवां महीना है। जिसमें 29 से 30 दिन तक रोजा रखा जाता है। रोजा ईद-उल-फितर या ईद के साथ समाप्त होते हैं। रमजान में चांद का दिखाई देना जरूरी होता है। चांद दिखने के साथ ही रोजा शुरू और समाप्त होते हैं।

रमजान में चांद दिखना क्यों जरूरी-
रमजमान शुरू होने की तारीख हर साल घटती-बढ़ती है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, रमजान शुरू व समाप्त होने की तारीख चांद पर निर्भर करती है। रमजान शुरू होने से पहले लोग मस्जिदों में एकत्र होते हैं और वहां पर चांद निकलने का ऐलान किया जाता है
सहरी व इफ्तार क्या है?
इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, रमजान माह में सूर्य उदय होने से पहले जो लोग रोजा रखते हैं वह लोग खा या पी सकते हैं। इसे सहरी नाम से जानते हैं। सहरी का समय शहर के मौलाना निर्धारित करते हैं। दिन भर बिना खाए-पिए रहने के बाद शाम को नमाज पढ़ने के बाद खजूर खाकर अपना रोजा खोलते हैं। इसे इफ्तार के नाम से जानते हैं।
देखें अपने शहर का सहरी व इफ्तार का समय-
कानपुर- सहरी- इफ्तार
3 अप्रैल - 04:39 - 18:28
04 अप्रैल- 04:38 18:29
लखनऊ- सहरी- इफ्तार
03 अप्रैल - 04:36 18:26
04 अप्रैल - 04:35 18:27
हैदराबाद- सहरी- इफ्तार
03 अप्रैल - 04:58 18:45
04 अप्रैल - 04:57 18:45
चेन्नई- सहरी- इफ्तार
03 अप्रैल - 04:52-18:21
04 अप्रैल - 04:51 18:21
दिल्ली- सहरी- इफ्तार
03 अप्रैल - 04:48-18:43
04 अप्रैल - 04:47 18:43
मुंबई- सहरी- इफ्तार
03 अप्रैल - 05:17-18:53
04 अप्रैल - 05:16 18:53
नोएडा- सहरी- इफ्तार
03 अप्रैल - 04:48-18:42
04 अप्रैल - 04:47 18:42
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