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धर्म-अध्यात्म
जानें हनुमान जयंती के अवसर पर कौन से काम करने से हमें परहेज करना चाहिए
Kajal Dubey
14 April 2022 12:49 PM GMT
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हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती / हनुमान जन्मोत्सव का पर्व आता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती / हनुमान जन्मोत्सव का पर्व आता है। ऐसे मे इस साल ये दिन शनिवार, 16 अप्रैल 2022 को है। माना जाता है कि हनुमान जी के अत्यंत दयालु और जल्द प्रसन्न होने वाले देव के चलते इनकी पूजा करने के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
जानकारों के अनुसार हनुमान जी को बुद्धि व विद्या का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में जो कोई इस दिन जो सच्चे मन से उनकी पूजा करते हैं, श्रीहनुमान जी उनके सभी कष्ट हर लेते हैं। माना जाता है कि हनुमान जयंती पर कुछ खास उपाय करने से धन का संकट भी दूर हो सकता है। लेकिन वहीं उनकी पूजा अर्चना में लापरवाही उन्हें जल्दी ही क्रोधित कर देती है। आइए जानते हैं हनुमान जयंती के अवसर पर कौन से काम करने से हमें परहेज करना चाहिए।
हनुमान जयंती पर भूलकर भी न करें ये
: कम ही लोग जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में कभी भी चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए पूजा के वक्त ऐसा करने से बचें।
: हनुमानजी की पूजा करते समय ब्रह्राचर्य व्रत का पालन करना आवश्यक होता है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी होने की वजह से स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते थे। ऐसे में पूजा के दौरान स्त्रियों को हनुमान जी को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
: हनुमान जी की पूजा करने वाले भक्त को मंगलवार या हनुमान जयंती के व्रत वाले दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दान में दी गई वस्तु, विशेष रूप से मिठाई का स्वयं सेवन न करें।
: हनुमानजी की पूजा उस समय वर्जित मानी जाती है जब सूतक लगा हो। सूतक तब माना जाता है जब परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए। सूतक के 13 दिनों में हनुमान जी पूजा नहीं करनी चाहिए।
: हनुमान जी की पूजा करते समय काले और सफेद रंग के कपड़े ना पहनें। बजरंगबली की पूजा में लाल और पीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है।
: हनुमान जयंती पर खंडित और टूटी हुई मूर्ति की पूजा बिल्कुल ना करें। अगर हनुमान जी की कोई तस्वीर फटी हुई है तो उसे तुरंत हटा दें।
: हनुमान जयंती पर भूलकर भी मांस और मदिरा का सेवन न करें।
: इस दिन शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करें और हनुमान की सच्चे मन से उपासना करें।
: हनुमान शांति प्रिय आसानी से प्रसन्न होने वाले देव हैं। इसलिए घर में बिल्कुल भी कलह ना करें। अशांति से शनि प्रकोप बढ़ सकता है।
: दिन के वक्त सोने से परहेज करें। संभव हो तो हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान जयंती के विशेष उपाय
: इस दिन चुटकी भर सिंदूर में घी मिलाकर एक कागज पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए। फिर इसे हनुमान जी के हृदय से लगाकर अपनी तिजोरी में रख लें। कहा जाता है कि ऐसा करने से फिजूलखर्ची में कमी आने के साथ ही धन में वृद्दि होती है।
: मान्यता के अनुसार आने वाली समस्याओं और मुसीबतों से बचने के लिए हनुमान जी को पांच मंगलवार और 5 शनिवार चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करने और गुड़-चने का भोग लगाकर गरीबों में बांटने से समस्याओं से निजात मिलती है।
: हनुमान जयंती के दिन घी में एक चुटकी सिंदूर मिलाकर हनुमान जी को लेप लगाएं। माना जाता है कि इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को भय और बाधायों से बचाते हैं।
: हनुमान जयंती के दिन सरसों तेल में सिंदूर मिलाकर पहले हनुमान जी को लगाना चाहिए। और इसके बाद घर के मुख्य द्वार से शुरू करते हुए अन्य कमरों के दरवाजों में इसे लगाएं। माना जाता है कि स्वास्तिक का चिह्न बनाने से नकारात्मक शक्तिया घर में प्रवेश नहीं कर पातीं और धनदौलत में बरकत होती है।
: नौकरी की इच्छा रखने वाले जातकों को इस दिन हनुमान जी के चरणों में सिंदूर लगाना चाहिए और एक सफेद कागज पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर इस कागज को हमेशा अपने पास रखने से सभी समस्याएं दूर होती हैं।
: माना जाता है कि कर्ज से मुक्ति के लिए चमेली के तेल में सिंदूर लगाना चाहिए। साथ ही अपनी उम्र के अनुसार पीपल के पत्ते लेकर हर पत्ते पर राम का नाम लिखकर हनुमान जी को अर्पित करने से जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलती है।
: वे कन्याएं जिनके विवाह में बाधाएं आ रही हैं, एक चुटकी सिंदूर हनुमान जी के चरणों में रख दें,और शीघ्र विवाह के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करें। मान्यता है कि इसके बाद सिंदूर का टीका अपनी मांग में लगाएं, इससे विवाह के जल्दी योग बन जाते हैं।
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