धर्म-अध्यात्म

माता रानी को कौन से फूल ना चढ़ाएं, जाने

Bhumika Sahu
10 Dec 2021 3:35 AM GMT
माता रानी को कौन से फूल ना चढ़ाएं, जाने
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पूजा पाठ के दौरान फूलों का भी विशेष महत्व होता है. हर देवी-देवता को किसी खास तरह के फूल पसंद होते हैं. लिहाजा देवी मां की पूजा करते समय भी आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि मां को कौन से फूल सबसे ज्यादा पसंद हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का बेहद महत्व होता है, वास्तु में जीवन से जुड़ी हर एक शुभ अशुभ बात का उल्लेख किया गया है.वास्तु में हर एक चीज को सही प्रकार से करने के बारे में बताया गया है.वास्तु विज्ञान में जीवन यापन हो पूजा-पाठ हो सभी के बारे में उल्लेख किया गया है.वास्तु में पूजा-पाठ को लेकर भी वास्तु शास्त्र में भी कई नियम बनाए गए हैं. बताया गया है कि मां भगवती को कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए और कौन सा नहीं.

मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त जमकर पूजा-अर्चना करते हैं. माता की कृपा पाने के लिए भक्त हमेशा ही विशेष रूप से पूजा अर्चना करते हैं. अगर मां भगवती को प्रसन्न करना है तो उनके अप्रिय फूल को पूजा में कभी ना चढाएं. जी हां.दुर्गा मां की पूजा के लिए कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. पूजा के लिए सबसे अहम चीज है पुष्प जिसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
माता रानी को कौन से फूल ना चढ़ाएं
माता रानी के नौ रूपों के लिए भक्त हमेशा अलग-अलग फूल चढ़ाते हैं, जिससे मां की कृपा मिले. वहीं कई ऐसे भी फूल हैं जिन्हें अर्पित करने पर माता रानी रुष्ट हो सकती है. हम सभी को पता है कि सभी देवता या देवियों एक प्रिय पुष्प होता है, जो चढ़ाना काफी शुभ होता है. फूल, खुशूबू व रंग का मिलाजुला रूप और इनका सीधा संबंध घर के वास्तु शास्त्र से है.
इसी बात को ध्यान रखते हुए भारतीय मनीषियों ने तंत्रसार, मंत्र महोदधि और लघु हारित में कहा है कि श्री विष्णु को सफेद और पीले फूल प्रिय हैं. सूर्य, गणेश और भैरव को लाल फूल पसंद हैं, जबकि भगवान शंकर को सफेद फूल प्रिय हैं. लेकिन खास बात ये है कि किस एनर्जी पैटर्न को कौन-सा रंग या गंध फेवरेबल नहीं है.
भगवान विष्णु को अक्षत यानी चावल नहीं चढ़ाने चाहिए, साथ ही मदार और धतूरे के फूल भी नहीं चढ़ाने चाहिए. वहीं माता दुर्गा को दूब, मदार, हरसिंगार, बेल और तगर न चढ़ाएं. चम्पा और कमल को छोड़कर किसी भी फूल की कली नहीं चढ़ानी चाहिए. जो फूल अपवित्र स्थानों पर उगते हैं, जिन फूलों की पंखुड़ियों बिखरी हुई होती हैं, तेज गंध वाले फूल, सूंघे हुए फूल, जमीन पर गिरे हुए फूल- ऐसे फूल देवी मां को भूल से भी न चढ़ाएं वरना देवी मां नाराज हो सकती हैं.अक्सर होता है कि माता रानी पर किसी भी तरह का फूल या फिर कली हम चढ़ा देते हैं, तो कि कभी नहीं करना चाहिए. इससे माता रानी नाराज भी हो सकती हैं. जहां तक हो सके मां रानी पर लाल रंग के फूल ही अर्पित करने चाहिए.


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