धर्म-अध्यात्म

बसंत पंचमी और मौनी अमावस्या समेत जानें फरवरी में कौन-कौन से है त्योहार

Subhi
31 Jan 2022 2:17 AM GMT
बसंत पंचमी और मौनी अमावस्या समेत जानें फरवरी में कौन-कौन से है त्योहार
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फरवरी का महीना अंग्रेजी कैलेंडर का दूसरा और हिंदू कैलेंडर के अनुसार 11वां महीना होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ के महीने में कई प्रमुख व्रत त्योहार और महापुरुषों की जयंती मनाई जाती है।

फरवरी का महीना अंग्रेजी कैलेंडर का दूसरा और हिंदू कैलेंडर के अनुसार 11वां महीना होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ के महीने में कई प्रमुख व्रत त्योहार और महापुरुषों की जयंती मनाई जाती है। फरवरी का महीना बहुत खास रहता है। इस महीने में ही बसंत पंचमी, मौनी अमावस्या, दुर्गाष्टमी, चतुर्थी और एकादशी के व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। फरवरी महीने के पहले ही दिन मौनी अमावस्या फिर 02 फरवरी से माघी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होगी। इसके बाद अबूझ मुहूर्त मानी जाने वाली बंसत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि पूरे फरवरी के महीने में कब और किस दिन प्रमुख व्रत-त्योहार मनाएं जाएंगे उसकी पूरी लिस्ट।

फरवरी 2022 के व्रत और त्योहार

तारीख दिन व्रत और त्योहार

01 फरवरी 2022 मंगलवार मौनी अमावस्या

02 फरवरी 2022 बुधवार गुप्त नवरात्रि आरंभ और चंद्र दर्शन

04 फरवरी 2022 शुक्रवार विनायकी गणेश चतुर्थी, गणेश जयंती

05 फरवरी 2022 शनिवार बसंत पंचमी

06 फरवरी 2022 रविवार स्कंद षष्ठी

07 फरवरी 2022 सोमवार रथ सप्तमी, नर्मदा जयंती

08 फरवरी 2022 मंगलवार मासिक दुर्गाष्टमी व्रत

10 फरवरी 2022 गुरुवार रोहिणी व्रत

12 फरवरी 2022 शनिवार जया एकादशी व्रत, स्वामी दयानन्द सरस्वती जयंती

13 फरवरी 2022 रविवार कुंभ संक्रांति, भीष्म द्वादशी

14 फरवरी 2022 सोमवार सोमवार प्रदोष व्रत, वैलेंटाइन डे

16 फरवरी 2022 बुधवार माघी पूर्णिमा, भैरव जयंती और गुरु रविदास जयंती

17 फरवरी 2022 गुरुवार फाल्गुन मास प्रारंभ

20 फरवरी 2022 रविवार गणेश चतुर्थी व्रत

23 फरवरी 2022 बुधवार कालाष्टमी

24 फरवरी 2022 बृहस्पतिवार जानकी जयंती

27 फरवरी 2022 रविवार विजया एकादशी व्रत

28 फरवरी 2022 सोमवार सोमवार प्रदोष व्रत

मौनी अमावस्या 2022

माघ माह में आने वाली मौनी अमावस्या का विशेष महत्व होता है। माघी अमावस्या को आत्मसंयम की साधना के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन प्रजापति ब्रह्माजी ने मनु और शतरूपा को प्रकट करके सृष्टि की रचना की शुरुआत की थी। इसलिए यह तिथि सृष्टि की रचना के शुभारंभ के रूप में भी जानी जाती है। इस दिन मौन धारण करके स्नान, दान, तप और शुभ आचरण करने से उपासक को मुनिपद की प्राप्ति होती है।

बसंत पंचमी 2022

हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। बसंत ऋतु को सभी 6 ऋतुओं में ऋतुराज के नाम से जाना जाता है। बसंत पंचमी के पर्व के अवसर पर विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इससे अलावा इस दिन कामदेव की भी आराधना होती है। बसंत पंचमी पर ही ज्ञान की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था, इस कारण से बंसत पंचमी के दिन विधि-विधान से देवी सरस्वती की पूजा व आराधना की जाती है।



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