धर्म-अध्यात्म

जानें कब है आषाढ़ मास की अमावस्या और पूजा विधि

Rani Sahu
19 Jun 2022 4:07 PM GMT
जानें कब है आषाढ़ मास की अमावस्या और पूजा विधि
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आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या (Ashadha Amavasya 2022) के रूप में जाना जाता है

आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या (Ashadha Amavasya 2022) के रूप में जाना जाता है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है. इस दिन स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए. पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन पिंडदान और ब्राह्मणों को भोजन कराएं. इस दिन कालसर्प दोष और पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए आप कई तरह के उपाय भी कर सकते हैं. आइए जानें आषाढ़ अमावस्या की तिथि, शुभ मुर्हूत और पूजा विधि.

आषाढ़ अमावस्या 2022 तिथि
पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 28 जून मंगलवार को सुबह 5 बजकर 52 मिनट पर होगी. आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का समापन 29 जून बुधवार को सुबह 8 बजकर 21 मिनट पर होगा. उदयातिथि की मान्यता के अनुसार आषाढ़ आमवस्या 29 जून को है.
आषाढ़ आमवस्या के दिन करें ये काम
आषाढ़ आमवस्या के दिन सुबह जल्दी उठ कर स्नान करें. सूर्य देव को अर्घ्य दें. अर्घ्य देने के दौरान सूर्य मंत्र का जाप करें. इससे मन शांत रहता है.
इस दिन पौधे लगाने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है. पौधे लगाने से ग्रह दोष दूर होता है.
आषाढ़ आमवस्या के दिन पिंडदान करें. इससे पितर प्रसन्न होते हैं. इस दिन राहुकाल में शिवलिंग की पूजा करें. ऐसा करने से कालसर्प दोष दूर होते हैं. पितरों को प्रसन्न करने के लिए दान दें.
आषाढ़ आमवस्या के दिन आटे की गोलियां बनाएं. इन गोलियों को किसी नदी या तलाब में जाकर मछलियों को खिलाएं. ऐसा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं.
आषाढ़ आमवस्या के दिन आटे में शक्कर मिलाएं. अब इस मिश्रण को चींटियों को खिलाएं.
इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करना बहुत ही अच्छा माना जाता है. पूजा के दौरान ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें.
आषाढ़ आमवस्या के दिन पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें. शाम के समय पीपल के पेड़ में सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
साढ़े साती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए अमावस्या के दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें. ऐसा करने से सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है.
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