धर्म-अध्यात्म

जानिए गुप्त नवरात्रि में नौ दिनों में किन चीजों का भोग लगाना चाहिए...

Tara Tandi
28 Jun 2022 11:42 AM GMT
जानिए गुप्त नवरात्रि में नौ दिनों में किन चीजों का भोग लगाना चाहिए...
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आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि 30 जून 2022, दिन गुरुवार से शुरू हो रही है। इसका समापन 8 जुलाई को होगा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि 30 जून 2022, दिन गुरुवार से शुरू हो रही है। इसका समापन 8 जुलाई को होगा। गुप्त नवरात्रि के नौ दिन में महाविद्याओं की खास साधना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में मां के नौ रूपों की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में जो जातक पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं, उन पर दुर्गा मां प्रसन्न होकर अपनी विशेष कृपा बरसाती हैं। नवरात्रि के इन पावन दिनों में सुबह-शाम माता रानी के भक्त भजन-कीर्तन और भोग लगाकर मां दुर्गा की आराधना करते हैं। ऐसे में यदि नौ दिनों तक मां दुर्गा को खास चीजों का भोग लगाया जाए, तो मां जल्द प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख-सौभाग्य और आरोग्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। आइए जानते हैं नौ दिनों में किन चीजों का भोग लगाना चाहिए...

गुप्त नवरात्रि में इन चीजों का लगाएं भोग
प्रतिपदा- रोगमुक्त रहने के लिए प्रतिपदा तिथि के दिन मां शैलपुत्री को गाय के घी से बनी सफेद चीजों का भोग लगाएं।
द्वितीया- लंबी उम्र के लिए द्वितीया तिथि को मां ब्रह्मचारिणी को मिश्री, चीनी और पंचामृत का भोग लगाएं।
तृतीया- दुख से मुक्ति के लिए तृतीया तिथि पर मां चंद्रघंटा को दूध और उससे बनी चीजों का भोग लगाएं।
चतुर्थी- तेज बुद्धि और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाने के लिए चतुर्थी तिथि पर मां कुष्मांडा को मालपुए का भोग लगाएं।
पंचमी- स्वस्थ शरीर के लिए मां स्कंदमाता को केले का भोग लगाएं।
षष्ठी- आकर्षक व्यक्तित्व और सुंदरता पाने के लिए षष्ठी तिथि के दिन मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाएं।
सप्तमी- संकटों से बचने के लिए सप्तमी के दिन मां कालरात्रि की पूजा में गुड़ का नैवेद्य अर्पित करें।
अष्टमी- संतान संबंधी समस्या से छुटकारा पाने के लिए अष्टमी तिथि पर मां महागौरी को नारियल का भोग लगाएं।
नवमी- सुख-समृद्धि के लिए नवमी पर मां सिद्धिदात्री को हलवा, चना-पूरी, खीर आदि का भोग लगाएं।
इस विधि से करें पूजा
गुप्त नवरात्रि के दौरान विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करें। मां जगदंबे की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित कर लाल रंग का सिंदूर और चुनरी अर्पित करें। माता रानी के चरणों में 7 कौड़ियां, 7 कपूर, 7 लौंग अर्पित करें। मां दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद सरसों के तेल से दीपक जलाकर 'ऊँ दुं दुर्गायै नमः' मंत्र का जाप करें।
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