धर्म-अध्यात्म

कालाष्टमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए जानिए

Apurva Srivastav
12 April 2023 10:56 AM GMT
कालाष्टमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए जानिए
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हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि काल भैरव को समर्पित मानी गयी है. इसे कालाष्टमी (Kalashtami 2023) के नाम से जाना जाता है. आपको बता दें कि भैरव का सबसे सौम्य रूप बटुक भैरव और उग्र रूप काल भैरव है. बता दें कि काल भैरव को दंडाधिकारी भी कहा जाता है, कहते हैं जो सच्चे मन से कालाष्टमी (Kalashtami 2023) पर काल भैरव की उपासना करता है, उसके जीवन से नकारात्मकता, बाधाएं, रोग, शोक, दोष सब दूर हो जाते हैं. गौरतलब है कि काल भैरव की आराधना अधिकतर अघोरी और तांत्रिक सिद्धियां पाने के लिए करते हैं, लेकिन कालाष्टमी पर गृहस्थ जीवन वाले भी काल भैरव की पूजा कर लाभ पा सकते हैं. लेकिन कालाष्टमी के दिन कुछ चीजें करने (Kalashtami 2023 Do’s And Don’ts) व कुछ चीजें न करने (Kalashtami 2023 Do’s And Don’ts) की सलाह दी जाती है. तो चलिए जानते हैं कि इस दिन क्या करें और क्या न करें.
कालाष्टमी के दिन क्या करना चाहिए?
1- कालाष्टमी के दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. मान्यतानुसार, काल भैरव काल भैरव भगवान शिव के रुद्र अवतारों में से ही एक हैं. ऐसे में इस दिन भगवान शिव का पूजन करने से भोलेनाथ के साथ साथ भैरव जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.
2- कालाष्टमी के दिन विधि विधान से भैरव जी की पूजा करने के साथ ही सिंदूर, सरसों का तेल, नारियल, चना और दक्षिणा का दान भी करना चाहिए. ऐसा करना फलदायी माना गया है.
3- इस शुभ अवसर पर भैरव जी की तस्वीर या प्रतिमा के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. इसके साथ ही उनका पूजन करते समय श्री काल भैरव अष्टक का पाठ अवश्य करें. मान्यता है कि ऐसा करने से भैरव जी प्रसन्न होते हैं और आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
4- कालष्टमी के दिन काले कुत्ते की सेवा करना बहुत ही शुभ माना गया है. मान्यतानुसार, काला कुत्ता काल भैरव की सवारी है और इस दिन उसे भोजन पानी कराने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
5- कालाष्टमी के दिन ‘ॐ कालभैरवाय नम:’ का 108 बार ध्यान लगाकर जाप करना चाहिए, ऐसा करने से काल भैरव जी प्रसन्न होते हैं और उनकी विशेष कृपा आप पर व आप के घर पर होती है.
कालाष्टमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
1- कालाष्टमी के दिन गलती से भी किसी भी जानवर को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए. ऐसा करने से आपको काल भैरव के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है.
2- कालाष्टमी के दिन किसी भी व्यक्ति का उपहास नहीं करना चाहिए और किसी को अपशब्द नहीं कहने चाहिए.
3- कालाष्टमी के दिन रसोईघर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए.
4- इस दिन नुकीली व धारदार चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
5- कालाष्टमी के दिन बड़े बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए व इसके साथ ही किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए.
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