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भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का पर्व इस बार 11 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का पर्व इस बार 11 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा. राखी का त्योहार हर साल सावन महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को विधिवत शुभ मुहूर्त में राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भाइयों की कलाई पर किस तरह की राखी नहीं बांधनी चाहिए? शास्त्रों में राखियों को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं. ऐसे में राखी खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए. भाइयों को इस तरह की राखी बांधना शुभ नहीं होता है. आइये पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानते हैं किस तरह की राखियां भाई को नहीं बांधनी चाहिए.
भगवान के चित्र वाली राखी
राखी में देवताओं का चित्र नहीं लगा हुआ होना चाहिए. भगवान की तस्वीर वाली राखी बांधना अशुभ होता है क्योंकि यह राखी भाई की कलाई में बंधी होती है और कभी-कभी गिर जाती है या फिर गंदी हो जाती है. इसे भगवान का अपमान माना जाता है.
अशुभ चिह्न वाली राखी न खरीदें
बाजार में कई तरह की राखियां आने लगी हैं, इसलिए भाई के लिए राखी खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें कोई अशुभ चिह्न न हो. ऐसी राखी बांधने से अशुभ फल मिलते हैं.
टूटी राखी न बांधें
राखी खरीदते समय बहनों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी ऐसी राखी न खरीदें, जो टूटी हो. राखी का धागा भी अलग हो तो न खरीदें. ऐसी राखी अशुभ मानी जाती है.
कभी न बांधें काली राखी
काले रंग को अशुभ रंग माना जाता है. ऐसे में काली रंग की राखी बांधने से नकारात्मकता बढ़ती है, इसलिए इस रंग की राखी बिल्कुल न बांधें.
पुरानी राखी को सुरक्षित रखें
आमतौर पर ज्यादातर भाई रक्षाबंधन आने तक पुरानी राखी बांधे रहते हैं. नई राखी बांधने से पहले बहनें उन्हें खोलकर कूड़ेदान में फेंक देती हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि राखी अच्छी चीज है. इसे भी किसी नदी या बहते जल में पूजा सामग्री की तरह प्रवाहित करना चाहिए.
Tara Tandi
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