- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- जानिए क्या है भीमाशंकर...

x
धर्म अध्यात्म: महाशिवरात्रि का दिन महादेव को खुश करने का सबसे उत्तम दिन होता है। इस दिन जो लोग व्रत रखकर भक्ति भाव से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी हर मनोकामना पूरी होती हैं। इस दिन द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है। ये सभी 12 ज्योतिर्लिंग भारत के विभिन्न भागों में हैं। ऐसी मान्यता है कि इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से ही इंसान के सभी कष्ट दूर होते हैं तथा हर इच्छा पूरी होती है। आज महादेव के छठे ज्योतिर्लिंग भीमाशंकर की बात करेंगे।
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे से तकरीबन 110 किलोमीटर दूर सह्याद्रि पर्वत पर स्थापित है। इस ज्योतिर्लिंग के पीछे एक पौराणिक कथा है, जिसके कारण इसकी स्थापना हुई थी। कथा के मुताबिक, प्रभु श्रीराम ने लंकापति रावण के साथ उसके छोटे भाई कुंभकरण का वध किया था। कुंभकरण के वध पश्चात् उसके पुत्र भीमा का जन्म हुआ था। भीमा जब बड़ा हुआ तो उसे प्रभु श्री राम द्वारा उसके पिता का वध किए जाने का पता चला। यह बात सुनकर वह बहुत क्रोधित हुआ एवं उसने श्रीराम की हत्या प्रण लिया। तत्पश्चात, भीमा ने कई वर्षों तक ब्रह्मा जी की कठोर तपस्या की। ब्रह्माजी ने तपस्या से खुश होकर भीमा को सदा विजय होने का वरदान दिया।
वरदान पाने के पश्चात् भीमा ने कोहराम मचाना आरम्भ कर दिया। उससे मनुष्य सहित देवी-देवता भी डरने लगे। आखिरकार परेशान होकर सभी देवता महादेव के समीप पहुंचे तथा भीमा से बचाने की प्रार्थना करने लगे। इसके बाद महादेव ने भीमा को युद्ध में परास्त कर दिया। तत्पश्चात, सभी देवताओं ने महादेव से इसी स्थान पर ज्योतिर्लिंग के तौर पर स्थापित होने की प्रार्थना की। उनकी प्रार्थना सुनकर महादेव वहीं पर स्थापित हो गए। यही जगह आगे चलकर भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के नाम से मशहूर हुई।

Manish Sahu
Next Story