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सावन शिवरात्रि पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त क्या है, जानें
Shravan Shivratri 2023: सावन के महीने में शिव की भक्ति से आपको ऐसी शक्ति मिलेगी कि आप जीवन के सारे संघर्ष भूलकर आगे बढ़ने लगेंगे. तरक्की के नए मार्ग खुलेंगे. शादी नहीं हो रही तो सावन के सोमवार का व्रत करने से शादी के योग बनेंगे. आपके जीवन से जुड़े हर बड़े सवाल का जवाब आपको सावन के महीने में मिल सकता है. बस जरुरत है सच्चे मन से बाबा भोले का नाम लेने की. हर साल की तरह इस साल भी सावन की शिवरात्रि का लोगों को बेसब्री से इंतज़ार है. लेकिन इस बार में शिवरात्रि की दो तारीखें सामने आ रही हैं जिसका कंफ्यूज़न हम इस स्टोरी में दूर कर रहे हैं. सावन की शिवरात्रि के शुभ मुहूर्त से लेकर, शुभ योग और पूजा करने का सही तरीका सब कुछ जानिए
सावन शिवरात्रि 2023 की तिथि को लेकर है कंफ्यूज़न
आजकल हर त्योहार के दो दिन पढ़ने सुनने में आते हैं. अगर आप भी इस वजह से परेशान हैं या इस कंफ्यूज़न में समझ नहीं आ रहा कि किस दिन शिवरात्रि की पूजा करें तो हम आपका ये कंफ्यूज़न दूर कर देते हैं. इस साल सावन के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 15 जुलाई को रात 08:32 बजे से शुरू हो रही है. शिवरात्रि तिथि का समापन 16 जुलाई को रात 10:08 बजे होगा.
तो अब आप अगर इस बात पर कंफ्यूज़ हो रहे हैं कि 15 जुलाई को शिवरात्रि की पूजा करें या 16 जुलाई को तो हम आपको बता दें कि निशिता मुहूर्त के आधार पर ही शिवरात्रि की पूजा करनी चाहिए. साल 2023 में निशिता मुहूर्त की बात करें तो ये 15 जुलाई को है. इसलिए शिवरात्रि की पूजा लोग 15 जुलाई को ही करेंगे.
इसे भद्रा की पूजा भी कह सकते हैं. 15 जुलाई को रात में 08 बजकर 32 मिनट से 16 जुलाई को सुबह 05 बजकर 33 मिनट तक आप कभी भी शिवरात्रि की पूजा कर सकते हैं ये समय स्वर्ग की भद्रा माना जाता है इस समय पूजा करने से कई पुण्य फलों की प्राप्ति होती है.
सावन शिवरात्रि 2023 पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त क्या है
इस साल 41 मिनट पूजा का शुभ मुहूर्त है जो 15 जुलाई की रात 12 बजकर 07 मिनट से शुरु होगा और देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. शिव भक्तों के लिए शिवरात्रि का पावन मौका और शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त जानना बेहद जरूरी होता है. लेकिन जो ये रात में पूजा नहीं करना चाहते वो सूर्योदय के साथ-साथ कभी भी पूजा कर सकते हैं.
मान्यता है कि कालों के काल महाकाल की पूजा जो भी सच्चे मन से करता है वो उसकी पूकार जरुर सुनते हैं. तो आपसे अगर शुभ मुहूर्त मिस भी हो जाए तो भी आप सावन की शिवरात्रि की पूजा जरूर करें.
सावन शिवरात्रि 2023 के 2 शुभ योग हैं चमत्कारी
वृद्धि और ध्रुव नाम के ये दो शुभ योग इस साल सावन की शिवरात्रि पर बने हैं जिसका मतलब ये है कि जो भी इस समय पूजा करता है उस पूजा पाठ का कई गुना ज्यादा पुण्य फल प्राप्त होता है.
वृद्धि योग सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक रहेगा जबकि इसके बाद ध्रुव योग शुरु हो जाएगा. इतना ही नहीं शिवरात्रि के दिन शुभ नक्षत्र मृगशिरा का भी योग बन रहा है जो सुर्योदय से शुरु होकर देर रात 12:23 बजे तक रहेगा
सावन की शिवरात्रि के व्रत और पूजा की विधि
भांग, बेलपत्र, अक्षत्, गंगाजल, दूध, शहद, शमी के पत्ते, फूल, धतूरा जैसी पूजा की सामग्री आप शिवरात्रि की पूजा से एक दिन पहले ही लेकर आ जाएं. इस दिन आप व्रत करने से पहले शिव पूजा का संकल्प करते हुए इस सामग्री से पूजा करें. शिवरात्रि का व्रत रखें और जितना हो सके भगवान का नाम जपें. आपको शुभ फल मिलेंगे.
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