धर्म-अध्यात्म

जानें क्या है स्नान-दान का विधि-विधान

Tulsi Rao
14 Jan 2023 9:25 AM GMT
जानें क्या है स्नान-दान का विधि-विधान
x

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Mauni Amavasya 2023: हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है. इस बार अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रहा है. इस दिन दान करने से उसका कई गुना फल मिलता है. इस अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस बार दिनांक 21 जनवरी 2023 दिन शनिवार को मौनी अमावस्या है. इस अमावस्या में मौन रहने का विशेष महत्व है. इसे शनिश्चरी अमावस्या भी कहते हैं. वहीं इस बार 30 साल के बाद मौनी अमावस्या पर विशेष संयोग बन रहा है. जो बेहद शुभ फलदायी होता है. तो आइए हम आपको अपने इस लेख में स्नान, दान का महत्व बताते हैं, इस दिन कौन सा विशेष संयोग बन रहा है. किस राशि की यूति बनने से शुभ फल की प्राप्ति होने वाली है?

क्या है स्नान-दान का विधि-विधान

ऐसी मान्यता है कि इस दिन मनुष्य को मौन रहना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मौन व्रत रखकर आप शुभ फल की प्राप्ति कर सकते हैं. इससे पितृ दोष और कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिलती है.

इस दिन बन रहा है शुभ संयोग

हिंदू पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या दिनांक 21 जनवरी 2023 दिन शनिवार है. इसे शनिश्चरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इसके साथ ही चंद्रमा मकर राशि में प्रवेश करेंगे. जिससे शनि का शुभ फल आपको मिलेगा.

कुंभ राशि में शनि और सूर्य-शुक्र की होने वाली है यूति

हिंदू पंचांग के अनुसार माघ अमावस्या को शनि की राशि कुंभ में सूर्य, शनि और शुक्र के साथ बैठे हैं. ज्योतिष शास्त्र में 30 साल के बाद मौनी अमावस्या के दिन शनि अपनी त्रिकोणी राशि कुंभ राशि में रहेंगे. इससे खप्पर योग का भी निर्माण होने वाला है. कहते हैं, ये योग बेहद शुभ माना जाता है, इस योग में स्नान-दान करने से किस्मत चमक जाती है.

इस दिन करें इस मंत्र का जाप

शनि बीज मंत्रः

ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः

शनि लधु मंत्रः

ओम शं शनैश्चराय नमः

शनि पौराणिक मंत्र

ओम ह्रीं नीलांजन समाभासं रवि पुत्र यमाग्रजं। छाया मार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम।

शनि गयात्री मंत्र

ओम कृष्णांगाय विद्महे रविपुत्राय धीमहि नो सौरिः प्रचोदयात्.

Next Story