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वास्तु के अनुसार गुरुवार के दिन दर्पण खरीदे सकते हैं।
आपके घर में दर्पण कई जगहों पर लगा होगा। बाथरूम में, बेडरूम में या चेंजिंग रूप में। दर्पण यदि आकार और सही दिशा में नहीं लगा है तो यह घर में भारी उथल पुथल कर सकता है क्योंकि इसे राहु का प्रतीक माना जाता है। यह हमारा जीवन पर नकारात्मक असर भी डाल सकता है। आओ जानते हैं दर्पण के वास्तु टिप्स।
1. कब खरीदें दर्पण : वास्तु के अनुसार गुरुवार के दिन दर्पण खरीदे सकते हैं। दर्पण खरीदते वक्त मुहूर्त और नक्षत्र का भी ध्यान रखेंगे तो उचित होगा।
2. कैसा खरीदें दर्पण : दर्पण के कोने तेज, नुकीले या कांटेदार नहीं होना चाहिए। यह अच्छे से प्रेम किए हुए और गोलाई लिए होना चाहिए। दर्पण स्पष्ट और अच्छी क्लालिटी का होना चाहिए। ग्लास दबा हुआ या ऐसा नहीं होना चाहिए जिसमें चेहरे एकदम गोल या लंबा नजर आए। जैसा चेहरा है वैसा ही नजर आना चाहिए। इसमें अपना चेहरा देखते समय चेहरा धुंधला, तिरछा या अधिक लंबा या सामान्य से छोटा नहीं दिखना चाहिए। दर्पण को मनमाने आकार में कटवाकर उपयोग में न लाएं।
3. किस दिशा में लगाएं दर्पण : वास्तु शास्त्र के अनुसार दर्पण को उत्तर, पूर्व और ईशा दिशा में लगाना चाहिए।
4. ढेर सारे न हो दर्पण : दर्पण ढेर सारी नहीं होना चाहिए। जहां दर्पण की जरूरत हो वहीं दर्पण को लगाना चाहिए।
5. शुभ चीजों का प्रतिबिंब : दर्पण कहीं पर भी लगा हो, परंतु आपको यह ध्यान देना होगा कि उसमें दिखाई दे रहा प्रतिबिंब शुभ हो।
6. छोटी जगह पर दर्पण : घर यदि छोटा है या घर की कोई जगह संकरी है तो वहां पर वास्तु के अनुसार दर्पण लगाकर सकारात्मक प्रभाव पैदा किया जा सकता है। ड्राइंग रूम छोटा होने पर दर्पण का उचित उपयोग किया जा सकता है।
7. खिड़की और दरवाजे : दर्पण इस तरह न लगाएं कि जिसमें खिड़की और दरवाजे के प्रतिबिंब बन रहा हो। दरवाजे के उपर दर्पण लगाने के पूर्व किसी वास्तु शास्त्री से संपर्क जरूर करें।
9. आमने-सामने दर्पण : दीवारों पर दर्पण इस तरह न लगाएं कि वे एक दूसरे के आमने सामने हो। आमने-सामने दर्पण लगाने से घर के सदस्यों में बेचैनी और मतभेद पैदा होते हैं।
10. गोल दर्पण : मकान का कोई हिस्सा असामान्य अकार लिए हुए हो या अंधकारयुक्त हो वहां पर आप गोल दर्पण लगा सकते हैं।
11. दर्पण लगाने की हाईट : किसी भी दीवारम पर दर्पण लगाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि वह न एकदम न अधिक उपर हो और न नीचे ऊपर। यह सिरदर्द का कारण बनता है।
12. बिस्तर के सामने दर्पण : शयन कक्ष में ठीक बिस्तर के सामने दर्पण न लगाएं। यह दांपत्य जीवन में मतभेद पैदा करता है।
13. रसोई : खाना बनाते समय गृहिणी की पीठ रसोई के दरवाजे की तरफ न हो, यदि ऐसा हो तो गृहिणी के सामने दीवार पर एक आईना लगाकर दोष दूर किया जा सकता है।
14. अन्य जगह : भवन के बाहर ऊंची इमारतें, पेड़ या इलेक्ट्रिकल पोल हैं तो उनकी तरफ उत्तल दर्पण रखें।
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