धर्म-अध्यात्म

जानिए भोलेनाथ को जल चढ़ाते समय इन बातों का रखें ध्यान

Tara Tandi
18 July 2022 7:23 AM GMT
जानिए भोलेनाथ को जल चढ़ाते समय इन बातों का रखें ध्यान
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भगवान शिव के प्रिय महीने सावन में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व है. इस दौरान जातक भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत करते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव के प्रिय महीने सावन में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व है. इस दौरान जातक भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत करते हैं और विधि-विधान से पूजन करते हैं. (Sawan 2022) सावन के महीने में आमतौर पर 4 सोमवार के व्रत पड़ते हैं. लेकिन इस बार 5 सोमवार (Sawan Somwar Vrat Vidhi) के व्रत पड़ रहे हैं. आज यानि 18 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है और यदि आप भी इस दिन व्रत कर रहे हैं तो कुछ खास बातों का विशेष ध्यान रखें.

भगवान भोलेनाथ को चढ़ाएं जल
सावन के सोमवार में व्रत करते समय मंदिर में जाकर भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाया जाता है. ध्यान रखें कि जल में थोड़ा दूध, चावल, गंगाजल और शहद जरूर मिलाएं. जल चढ़ाते समय 'ओम नम: शिवाय' का जाप करते रहें.
बेलपत्र और धतूरा है महत्वपूर्ण
सावन के पूरे महीने में भगवान शिव को बेलपत्र व धतूरा भी चढ़ाया जाता है, जो कि उन्हें अतिप्रिय हैं. खासतौर पर सावन के सोमवार का व्रत कर रहे जातकों को भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा जरूर चढ़ाना चाहिए.
भोलेनाथ और मां पार्वती को बांधे कलावा
जो सुहागिन महिलाएं सावन के सोमवार का व्रत करती हैं उन्हें शि​वलिंग और मां पार्वती की मूर्ति को कलावे से बांधना चाहिए. धर्म शास्त्रों के अनुसार ऐसा करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है.
एक समय करें भोजन ग्रहण
सावन के सोमवार का व्रत करते समय दिनभर फलाहार किया जाता है. इसके बाद शाम के समय भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के बाद व्रत खोला जाता है. लेकिन इस व्रत में केवल मीठा या फीका भोजन ही ग्रहण करना चाहिए. इस दिन नमक का सेवन निषेध होता है.
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