धर्म-अध्यात्म

जानिए पूजा करते समय इन बातों का रखें ध्यान

Teja
31 Jan 2022 8:25 AM GMT
जानिए पूजा करते समय इन बातों का रखें ध्यान
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हिंदू धर्म (Hinduism) में पूजा को विशेष स्थान दिया गया है. पूजा पाठ का दैनिक दिनचर्या में भी विशेष महत्व है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिंदू धर्म (Hinduism) में पूजा को विशेष स्थान दिया गया है. पूजा पाठ का दैनिक दिनचर्या में भी विशेष महत्व है. लगभग सभी के घरों में पूजा का एक अलग स्थान होता है. हर कोई इस पूजा स्थल में भगवान का ध्यान करता है और शांति से अपने भगवान की पूजा करता है. भक्त अपने भगवान को प्रसन्न करने के लिए कई तरह से पूजा पाठ करते हैं. लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि प्रतिदिन पूजा करने के बाद भी आपका मन अशांत रहता है, या पूजा के समय मन इधर-उधर भटकता रहता है. कई बार पूजा (worship) करने के बाद भी उचित फल नहीं मिलता है. इसका कारण पूजा के दौरान कई तरह की गलतियां भी हो सकती हैं. ऐसे में रोजाना पूजा करना जितना जरूरी है उतना ही पूजा के कुछ (Astro Tips) नियमों का पालन करना भी जरूरी है, नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है.

दिशा का रखें ध्यान
अपने घर के मंदिर या पूजा स्थल हमेशा ईशान कोण उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए. ये दिशा भगवान के मंदिर के लिए सबसे शुभ मानी जाती है. लेकिन अगर आपके घर में पूजा का स्थान दक्षिण-पश्चिम दिशा में है तो पूजा का फल कम मिलेगा.
पूजा करते समय इस तरह रखें मुख
पूजा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका मुख पश्चिम की ओर हो और मंदिर या भगवान का मुख पूर्व की ओर हो. इतना ही नहीं देवी-देवताओं की मूर्ति के सामने कभी भी पीठ के बल नहीं बैठना चाहिए.
आसन का इस्तेमाल करें
अक्सर लोग जमीन पर बैठकर पूजा करने लगते हैं. लेकिन ये पूजा करने का सही तरीका नहीं है. पूजा के दौरान आसन का इस्तेमाल करना जरूरी होता है. ऐसा माना जाता है कि बिना आसन पर बैठे पूजा करने से दरिद्रता आती है. इसलिए पूजा करते समय साफ-सुथरे आसन का इस्तेमाल करना चाहिए.
मंदिर में दीपक जलाएं
अगर घर में कोई मंदिर या पूजा का स्थान हो तो सुबह-शाम दीपक अवश्य जलाएं. घर में दीये जलाने से भगवान की कृपा बनी रहती है.
पंचदेवों की पूजा जरूर करें
भगवान विष्णु, गणेश, महादेव, सूर्य देव और देवी दुर्गा को पंचदेव कहा जाता है. ऐसे में प्रतिदिन पूजा करते समय इन पंचदेवों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. ऐसा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और ईश्वरीय कृपा की प्राप्ति होती है.


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