धर्म-अध्यात्म

जानें दिवाली पूजन से पहले इन चीजों को करें घर से बाहर, मिलेगा भाग्य का साथ

Triveni
1 Nov 2020 8:21 AM GMT
जानें दिवाली पूजन से पहले इन चीजों को करें घर से बाहर, मिलेगा भाग्य का साथ
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दीपावली भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. दीपावली दीपों का त्योहार है. आध्यात्मिक रूप से यह 'अन्धकार पर प्रकाश की विजय' को दर्शाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दीपावली भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. दीपावली दीपों का त्योहार है. आध्यात्मिक रूप से यह 'अन्धकार पर प्रकाश की विजय' को दर्शाता है. दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार 14 नवंबर शनिवार के दिन मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यता है कि मां लक्ष्मी दीपावली के दिन घर आती है. दिवाली पर उनके आगमन के लिए जोर-शोर से तैयारियां करी जाती हैं कुछ जरूरी चीजें ऐसी हैं जिन्हें दिवाली से पहले कर लेना चाहिए.

दीपावली से पहले टूटा हुआ दर्पण हटा लेना चाहिए. वास्तुशास्त्र के अनुसार टूटा हुआ दर्पण रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा रहती है. इसी तरह घर में टूटे हुए फर्नीचर का होना भी बहुत अशुभ माना जाता है. इसे तुरंत हटा दें.

घर में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां नहीं होनी चाहिए. दिवाली से पहले ऐसी फोटो और मूर्तियों को किसी पवित्र स्थान में ले जाकर दबा देना चाहिए.

घर में टूटे हुए बर्तन कलह का कारण माने जाते हैं. इसलिए घर में टूटे बर्तनों को नहीं रखना चाहिए. विशेषतौर पर दिवाली से पहले तो इन्हें बदल ही देना चाहिए. दिवाली से पहले धनतेरस को नए बर्तन खरीदने की परंपरा रही है.

दिवाली से पहले घर के उन जूते-चप्पलों को बाहर कर देना चाहिए जिनका इस्तेमाल आप नहीं करते हैं. फटे-पुराने जूते-चप्पल होने से घर में नकारात्मकता का वास होता है.

बंद घड़ी को दिवाल से पहले या तो ठीक करवा लेना चाहिए या फिर बदल देना चाहिए. बंध घड़ी प्रगति का प्रतीक है और इसके बंद हो जाना बेहद नकारात्मक असर पैदा करता है. अगर घर में खराब इलेक्ट्रोनिक समान पड़ा है तो उसे भी दिवाली से पहले या तो ठीक करवा लें या फिर घर से बाहर कर दें.

घर की छत को साफ-सुथरा रखें किसी तरह का कोई कूड़ा वहां न जमा होने दें.

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