- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- जानिए विदुर नीति के...
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | महाराज विदुर को महाभारत काल के प्रमुख पात्रों में गिना जाता है। विदुर जी ने विदुर शास्त्र में जीवन के कई पहलुओं का जिक्र किया है। जीवन से जुड़ी कई समस्याओं का हल बताने के साथ ही विदुर जी ने नीति शास्त्र में उत्तम पुरुष के लक्षण बताए हैं। विदुर के अनुसार, इन गुणों वाले पुरुषों का खोजना मुश्किल होता है। जानिए कौन-से हैं ये गुण-
विदुर जी कहते हैं कि परोपकार रहित मानव का जीवन व्यर्थ होता है। लेकिन उत्तम पुरुष उस मरे हुए पशु के समान होते हैं जिसका मृत्यु के बाद चमड़ा भी काम आता है। विदुर के अनुसार, ऐसे लोगों को मृत्यु के बाद स्वर्ग में भी पूजनीय स्थान मिलता है।
विदुर नीति के अनुसार, उत्तम पुरुष को भले ही मृत्यु लोक में कष्टों का सामना करना पड़ता है, लेकिन वह तटस्थ भाव से धर्म निभाता है। उत्तम पुरुष के जीवन में कितने ही दुख क्यों न आ जाएं, लेकिन वह अपना धर्म निभाता है। विदुर जी कहते हैं कि उत्तम पुरुष में हर दुख को सहने की शक्ति होती है, इसलिए उन्हें साधारण मानव नहीं कहा जाता है।
विदुर जी कहते हैं कि धर्म का पालन, दान करने, सत्य बोलने और मेहनत करने वाले पुरुषों की चर्चा तीनों लोकों में होती है। ऐसे लोगों की मृत्यु के बाद इनकी कई पीढ़ियां इनके द्वारा किए गए पुण्य का लाभ उठाती हैं।
विदुर जी कहते हैं कि ऐसे पुरुष को पति के रूप में पाकर स्त्री स्वर्ग के समान सुख भोगती है। महात्मा विदुर ने ऐसे पुरुष को उत्तम से भी उत्तम बताया है। विदुर नीति के अनुसार, इन पुरुषों पर हमेशा देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।