धर्म-अध्यात्म

हाथ के रंग से जानिये जीवन के रहस्य

Apurva Srivastav
19 Jan 2023 5:49 PM GMT
हाथ के रंग से जानिये जीवन के रहस्य
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जिसे हम काला हाथ कहते हैं दरसल वह श्यामल रंग की छाया होती है।

हम कभी जन्म कुंडली और कभी हाथों की रेखाओं को, ज्योतिषियों के आगे रखकर अपने भाग्य और आने वाले कल में छुपे राज के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। जीवन कैसा होगा यह जानने की एक और तकनीक के बारे में बता रहे हैं पंडित देवनारायण।

हाथ के रंग भी बताते हैं आपके जीवन के रहस्य
जी हां हाथों के रंगों से अनेक बातों का पता चलता है। सामुद्रिक शास्त्र में हाथों के रंग से व्यक्ति के स्वभाव और आने वाले भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इसमें तंत्र विद्या का काफी सहयोग मिलता है। तंत्र विद्या बताती है कि काला रंग शनि का, रक्तिम रंग काली का, नारंगी लक्ष्मी का, सुनहला विष्णु का, बैंगनी सरस्वती का, और श्वेत चंद्रमा का रंग है। इसके अनुसार ही हाथों के रंगों को समझकर भविष्यवाणी की जाती है।
यह है रंगों का रहस्य
1- जिसे हम काला हाथ कहते हैं दरसल वह श्यामल रंग की छाया होती है। विशेष रूप से ऐसी हथेलियों वालों के लिए माना जाता है कि इनमें क्रोध और उग्रता देखी जाती है। यह लोग अहंकारी, उज्जड, मंदबुद्धि और किसी हद तक शराबी और वेश्यागामी भी होते हैं। ऐसे व्यक्तियों के जीवन में निराशा होती है। यह धन कमाना चाहते हैं पर उसके लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। क्योंकि यह धन कमाने की कोशिश अनैतिक तरीकों से करते हैं, इसलिए उसका लाभ भी नहीं मिलता। इनकी रेखाओं में भी दोष पाया जाता है। जिसके चलते संतान संबंधी परेशानियां होती हैं। इनमें शनि की प्रधानता होती है, और यदि इनकी कुंडली में चंद्रमा और मंगल शुभ हो तो सफलता भी दिलाता है।
2- लाल हाथ जिन्हें रक्तिम कहना अधिक उपयुक्त होगा। यह भी उग्र स्वभाव वाले लोगों के बारे में इंगित करता है। हालांकि इनमें पाशविकता कुछ कम होती है। इनके शरीर में पित्त की प्रधानता होती है। जीवन रेखा में दोष पाया जाता है, और भाग्यरेखा होने पर भी खर्च अधिक होता है। जिसके कारण यह गरीबी का शिकार होते हैं। इनमें भी मदिरापान जैसी बुरी आदतें अक्सर देखी जाती हैं।
3- हाथों में गुलाबी आभा, गोरे और चंपई सभी प्रकार के वर्णों में पाई जाती है। कुछ लोगों के हाथ पूरी तरह से सिंदूरी होते हैं। ऐसे लोग कोमल ह्रदय, पवित्र भावना वाले संवेदनशील और भोग विलास पसंद करने वाले होते हैं। इन लोगों में कर्म करने की शक्ति होती है। संपन्न लोगों में ऐसे हाथ सामान्य रूप से पाए जाते हैं। इस प्रकार के हाथ वाली स्त्रियां सात्विक विचारधारा की, निष्ठावान, संवेदनशील और विश्वसनीय होती हैं। ऐसा माना जाता है कि यह हाथ दुर्गा की कर्म शक्ति से प्रेरित होते हैं, और इसीलिए इनमें सक्रियता, चंचलता और कोमलता पाई जाती है।
4- कुछ हाथ देखने में एकदम सफेद लगते हैं, परंतु उनमें पीलापन पाया जाता है। ऐसे लोग जीवन में निराश रहते हैं और सफलता के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ता है। इनके जीवन में अशांति रहती है और जीवनी शक्ति का अभाव होता है। इन्हें नींद बहुत आती है। यह हतोत्साहित रहते हैं। इन्हें परिवार से उपेक्षा मिलती है। ऐसे लोगों में पौरुष हीनता भी पाई जाती है। इनमें काम भाव होता है परंतु शक्ति की कमी होती है
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