धर्म-अध्यात्म

अंकों से जाने अपने और अपनों का स्वभाव

Gulabi
11 Aug 2021 4:19 PM GMT
अंकों से जाने अपने और अपनों का स्वभाव
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अंक ज्योतिष अपने आप में एक विज्ञान है

अंक ज्योतिष अपने आप में एक विज्ञान हैअंक ज्योतिष अपने आप में एक विज्ञान है. अंक ज्योतिष में किसी भी व्यक्ति की जन्म तारीख से प्राप्त होने वाले मूलांक के जरिये उसकी खूबियां, कमियां, स्वभाव और भविष्यफल आदि के बारे में बताया जाता है. इसमें एक से लेकर नौ अंकों का विशेष महत्व होता है. इन नौ अंकों का संबंध नौ ग्रहों से होता है. इन अंकों की मदद से आप आप अपने मित्र, जीवनसाथी, भाई, बहन आदि के स्वभाव, रहन-सहन आदि के बारे में आसानी से जान सकते हैं. आइए जानते हैं कि एक से लेकर नौ अंकों के बारे में क्या कहता है अंक शास्त्र

मूलांक 1 का स्वाभाव
एक अंक के जातक अक्सर चौड़े कंधे, सिर चौकोर और मजबूत पंजे वाले होते हैं. ऐसे लोगों में हमेशा अपने लक्ष्य को पाने की ललक बनी रहती है. इनमें स्फूर्ति और छल-बल खूब होता है. एक अंक के जातक हताश होने की बजाय एक अंक के जातक चुनौतियों का डटकर सामना करते हैं. ये स्वभाव से भ्रमणशील होते हैं.
मूलांक 02 का स्वभाव
दो अंक वाले जातक अक्सर दूसरों को आसानी से अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं. इनमें सेवाभाव खूब होता है. इनका चेहरा चंद्रमा के समान अक्सर गोल और शरीर सामान्य होता है. दो अंक के जातक अक्सर सौंदर्यप्रेमी होते हैं. इन्हें साज-श्रृंगार करना खूब रास आता है. ये बहुत सेंसेटिव होते हैं, अक्सर इन्हें छोटी सी बात चुभ जाती है और वे उसका बुरा मान जाते हैं. ये लोग अक्सर बाहर से थोड़ा सख्त और अंदर से नरम दिल के होते हैं.

मूलांक 03 का स्वभाव
मूलांक तीन के लोग अक्सर अत्यंत उत्साही और संघर्षों का डटकर सामना करने वाले होते हैं. इनके भीतर अक्सर कुछ नया करने की ललक बनी रहती है. इनकी खासियत होती है कि ये अक्सर अपनी कम कहते हैं और दूसरों की ज्यादा सुनते हैं. ये अक्सर अपना लक्ष्य पाने के लिए क्रियाशील रहते हैं. इन्हें बहुत ज्यादा साज-श्रृंगार पसंद नही होता है. तीन अंक के जातक अक्सर सादगी से जीवन जीना पसंद करते हैं.

मूलांक 04 का स्वभाव
मूलांक चार अंक के जातक अक्सर क्रांतिकारी विचारों वाले होते हैं. इनके भीतर अक्सर आपको चतुराई और कूटनीति देखने को मिलती होगी. इन्हें लोगों को मित्र बनाने की कला खूब आती है. ये लोग अपनी वाणी से दूसरों को खूब प्रभावित करते हैं. चार अंक के लोग कोई भी कदम फूंक-फूंक कर उठाते हैं और बहुत ही सोच-समझकर ही निर्णय लेते हैं. ये स्वभाव से थोड़े शक्की और वहमी भी होते हैं. हमेशा खुले हाथ से खर्च करते हैं.

मूलांक 05 का स्वभाव
मूलांक पांच वाले लोग स्पष्टवादी और त्वरित निर्णय लेने वाले होते हैं. इन्हें शारीरिक श्रम की बजाय मानसिक श्रम करना ज्यादा रास आता है. ये लोग तेजी से लोगों में घुल-मिल जाते हैं और लोगों को अपना मुरीद बना लेते हैं. इन लोगों के भीतर ऊर्जा का अथाह सागर होता है. ये जल्दी थकते नही है. सबसे अहम बात ये सीमित साधन में असीमित लक्ष्य लेकर चलते हैं.

मूलांक 06 का स्वभाव
मूलांक छह के जातकों की कला, संस्कृति आदि में खूब रुचि होती है. ऐसे जातक अपने इरादे के पक्के होते हैं. एक बार जो तय कर लेते हैं, उसे करके ही मानते हैं. छह अंक के जातक समय के भी पाबंद होते हैं. यात्राएं, मेल-मिलाप बढ़ाना, अच्छा खाना-पीना और अच्छा पहनना इनका शौक होता है. चूंकि छह अंक के जातक सौंदर्य प्रेमी भी होते हैं, इसलिए अक्सर ये विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित हो जाते हैं.

मूलांक 07 का स्वभाव
मूलांक सात वाले अक्सर समाज में बदलाव लाने की क्षमता रखने वाले और कल्पनाशील विचारों के धनी होते हैं. ऐसे जातक का धर्म-अध्यात्म में खूब मन लगता है. इनमें एक खूबी होती है कि सामने वाले के मन की बात आसानी से जान लेते हैं. सात अंक वाले जिस चीज में रुचि ले लेते हैं, उसमें प्रवीणता हासिल करके ही मानते हैं. अमूमन इन्हें एकाकी जीवन बिताना ज्यादा पसंद आता है. ये चीजों को जानने की जिज्ञासा रखते हैं. ये अधिक मजाक या छिछोरापन पसंद नहीं करते.

मूलांक 08 का स्वभाव
मूलांक आठ का जातक अक्सर सहनशील और ​तमाम तरह के छल-कपट से दूर पाया जाता है. अमूमन इस अंक के जातक अपने मन की बात मन में ही रखते हैं. यही कारण है कि इनका व्यवहार और जीवन अक्सर रहस्मय होता है. ऐसे जातक अक्सर किसी भी बात की गहराई में जाकर उससे संबंधित सभी चीजो को पता लगाना पसंद करते हैं.

मूलांक 09 का स्वभाव
मूलांक नौ के जातक अक्सर नये विचारों को मानने वाले होते हैं. कभी नाराज होना तो कभी अचानक से हंसमुख हो जाना इनकी प्रकृति होती है. हालांकि ये बहुत ही संघर्षशील होते हैं. मूलांक अंक के जातक अक्सर दयालु प्रवृत्ति के होते हैं. थोड़ा से ही प्रयास में दिल खोलकर मदद को तैयार हो जाते हैं. इनका पारिवारिक जीवन सामान्य होता है. अमूमन इन्हें दूसरों की दखलंदाजी कभी रास नहीं आती है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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