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हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन सावन में पड़ने वाली हरियाली तीज का अपना महत्व होता हैं, जो कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाई जाती हैं इस दिन शादीशुदा महिलाएं पति की लंबी आयु और मंगल कामना के लिए निर्जला उपवास रखकर शिव पार्वती की विधि विधान से पूजा करती हैं।
तो वही कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत पूजा करती हैं इस साल हरियाली तीज का पर्व 19 अगस्त को देशभर में मनाया जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा हरियाली तीज की पूजा की संपूर्ण विधि आपको बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
हरियाली तीज की पूजा विधि—
तीज के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कार्यों से निवृत्त होकर महिलाएं स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर शिव पार्वती का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प करें। इस दिन बालू के भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा बनाकर पूजन करें। एक चौकी पर शुद्ध मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, रिद्धि सिद्धि सहित गणेश, पार्वती और उनकी सहेली की प्रतिमा बनाएं। माता को श्रृंगार का सामान अर्पित करें इसके बाद शिव पार्वती का आवाह्न करें।
शिव पार्वती संग श्री गणेश की पूजा करें शिव जी को वस्त्र अर्पित कर हरियाली तीज की कथा सुनें। ‘उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये’ अब इस मंत्र का जाप करें वही प्रतिमा बनाते वक्त शिव का स्मरण जरूर करें और पूजा करते रहें। पूजा के बाद महिलाएं रातभर भजन करें और हर प्रहर को शिव पार्वती की पूजा करते हुए बेलपत्र, आम के पत्ते, चंपक के पत्ते और केवड़ा अर्पित करें फिर आरती करें। माना जाता हैं कि इस विधि से पूजा करने से पूर्ण फल की प्राप्ति होती हैं।
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