धर्म-अध्यात्म

देवउठनी एकादशी व्रत पूजा की विधि जाने

Apurva Srivastav
9 Oct 2023 3:04 PM GMT
देवउठनी एकादशी व्रत पूजा की विधि जाने
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हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो पड़ता है। एकादशी की तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु की प्रिय तिथियों में से एक मानी जाती है इस दौरान भक्त भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि इस पावन दिन पर पूजा पाठ और व्रत करने से भगवान विष्णु की अपार कृपा बरसती है।
पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का व्रत पूजन किया जाता है। ऐसे में इस साल देवउठनी एकादशी का व्रत 23 नवंबर को ​किया जाएगा। इस दिन भगवान की विधि विधान से पूजा की जाती है साथ ही विष्णु जी के निमित्त उपवास रखा जाता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा देवउठनी एकादशी व्रत पूजन की संपूर्ण विधि से अवगत करा रहे हैं।
देवउठनी एकादशी व्रत पूजा की विधि—
आपको बता दें कि एकादशी के पावन दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को प्रणाम करें। इसके बाद सभी कार्यों से निवृत होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें अब आचमन कर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान सूर्यदेव को जल अर्पित करें और पूजन स्थल पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पंचोपचार पूजा करें।
भगवान विष्णु को पीले रंग के फल, बेसन के लड्डू, केसर मिश्रित खीर, केले का भोग लगाएं। इसके बाद विष्णु चालीसा का पाठ करें। पूजन के अंत में प्रभु की आरती कर सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगे। अब दिनभर उपवास रखें और संध्याकाल में फिर से भगवान की आरती करें अगले दिन शुभ मुहूर्त में अपने व्रत का पारण करें इस दिन दान पुण्य देना भी उत्तम होता है।
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