धर्म-अध्यात्म

जानिए मीन संक्रांति का महत्त्व सूर्य देव की पूजा-विधि से होगा लाभ

Tara Tandi
14 March 2021 11:12 AM GMT
जानिए मीन संक्रांति का महत्त्व सूर्य देव की पूजा-विधि से होगा लाभ
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जनता से रिश्ता वेबडेसक |आज यानी 14 मार्च को मीन संक्रांति है। मीन संक्रांति को साल के आखिरी माह की संक्रांति के रूप में मनाते हैं। सूर्य हर माह अपना राशि परिवर्तन कर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उस दिन को संक्रांति के रूप में मनाते हैं। हिंदू धर्म में मीन संक्रांति का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन भूमि दान करने से जीवन में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती है।

मीन संक्रांति पूजा विधि-

मान्यता है कि इस दिन गंगा, यमुना और सरस्वती आदि पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप नष्ट हो जाते हैं। इस दिन सुबह सूर्योदय के समय किसी पवित्र नदी में स्नान करें। स्नान करते समय सूर्य देव को अर्घ्य दें। मीन संक्रांति के दिन मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करने चाहिए। इसके बाद गरीबों या जरूरतमंद को अपनी सामर्थ्य के हिसाब से दान दें। मीन संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व होता है।

मीन संक्रांति पर दान-

मीन संक्रांति के दिन ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन भूमि का दान करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।

मीन संक्रांति के दिन दान का शुभ मुहूर्त-

मीन संक्रांति के दिन पुण्य काल का समय- शाम 06:18 मिनट से 06:29 मिनट तक।
पुण्य काल की अवधि- 11 मिनट

मीन संक्रांति के दिन से खरमास शुरू हो जाते हैं। ऐसे में इस अवधि में नामकरण, विद्या आरंभ, कर्ण छेदन, अन्न प्राशन, उपनयन संस्कार, विवाह संस्कार, गृह प्रवेश तथा वास्तु पूजन आदि मांगलिक कार्यों को वर्जित माना जाता है।


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