- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- कलश विसर्जन का सही समय...
x
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो चुकी है, पूरे देश में धूमधाम से लोग नवरात्रि मना रहे हैं. आपको बता दें कि चैत्र नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है. नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा के साथ होता है और इसका समापन रामनवमी के साथ हो जाता है. नवरात्रि के दौरान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है कलश (Kalash Visarjan 2023 Shubh Muhurat) की स्थापना करना. मान्यता है कि इस दौरान यदि घर में विधि-विधान से कलश की स्थापना की जाती है, तो पूरे साल समृद्धि बनी रहती है. मान्यता है कि कलश को नौ दिनों तक स्थापित रखने के बाद विसर्जन कर दिया जाता है.
कलश विसर्जन 2023 तिथि
चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि को माता दुर्गा की मूर्ति के साथ कलश की स्थापना करने की परंपरा है और नौ दिनों तक पूजा करने के बाद कलश का आठवें, नवें या दसवें दिन विसर्जन (Kalash Visarjan 2023 Shubh Muhurat) किया जाता है. आपको बता दें कि कलश विसर्जन को लेकर अलग अलग तिथियां इसलिए हो जाती हैं, क्योंकि अलग-अलग लोग अलग-अलग दिन यानी की कुछ लोग अष्टमी और कुछ लोग नवमी को कन्या पूजन करते हैं और कलश हमेशा कन्या पूजन के बाद ही विसर्जित किया जाता है. इसलिए अलग सटीक कोई तारीख बताना थोड़ा मुश्किल हो जाता है.
कलश विसर्जन 2023 के लिए शुभ मुहूर्त
ज्योतिषविदों के अनुसार, कलश का विसर्जन नवमी तिथि के दिन करना ही अत्यंत शुभ माना जाता है. इस साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि यानि कि रामनवमी 30 मार्च को पड़ेगी और इसी दिन कलश का विसर्जन किया जाएगा. वहीं अगर चैत्र नवरात्रि के समापन के अवसर पर कलश विसर्जन करने के लिए शुभ मुहूर्त की बात की जाए, तो कलश विसर्जन करने के लिए सबसे उत्तम शुभ मुहूर्त – 30 मार्च, रामनवमी तिथि – दोपहर 1 बजकर 40 मिनट से लेकर 3 बजकर 50 मिनट तक रहने वाला है. इस दौरान आप विधि विधान से कलश विसर्जन कर सकते हैं.
Tagsवास्तु दोषवास्तु दोष के उपायवास्तु दोष निवारण के उपायवास्तु शास्त्रवास्तु शास्त्र का ज्ञानवास्तु के नियमवास्तु टिप्सकुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमसनातन धर्महिंदू धर्मभारतीय ज्योतिष शास्त्रज्योतिष शास्त्रVastu DoshaVastu Dosha RemediesVastu ShastraKnowledge of Vastu ShastraRules of VastuVastu TipsSome Important Vastu RulesSanatan DharmaHinduismIndian AstrologyJyotish Shastraजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरRelationship with publicrelationship with public newslatest newsnews webdesktoday's big news
Apurva Srivastav
Next Story