धर्म-अध्यात्म

सर्व पितृ अमावस्या की तिथि जान ले

Apurva Srivastav
29 Sep 2023 3:49 PM GMT
सर्व पितृ अमावस्या की तिथि जान ले
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हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार आती है लेकिन इन सभी में कुछ अमास्या तिथि बेहद ही खास मानी जाती है आज यानी 29 सितंबर से पितृपक्ष का आरंभ हो चुका है जो कि पूर्वजों के श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के लिए उत्तम समय जाता है इस दौरान लोग अपने पूर्वजों को याद कर उनका तर्पण और श्राद्ध करते हैं।
पितृपक्ष की शुरुआत जहां आज से हो चुकी है वह समापन 14 अक्टूबर को हो जाएगा। पितृपक्ष के अंतिम दिन को सर्वपितृ अमावस्या, महालया अमावस्या के नाम से जाना जाता है। जो कि अश्विन माह में पड़ती है इस अमावस्या को बेहद ही खास माना गया है। यह श्राद्ध पक्ष का अंतिम दिन होता है इसी दिन से पितृपक्ष का समापन हो जाता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा सर्वपितृ अमावस्या से जुड़ी जानकारी आपको प्रदान कर रहे हैं।
सर्व पितृ अमावस्या की तिथि—
इस वर्ष सर्व पितृ अमावस्या 14 अक्टूबर को पड़ रहा है जो कि पितृपक्ष का आखिरी दिन होता है। पंचांग के अनुसार अश्विन मास की अमावस्या तिथि 13 अक्टूबर को रात 9 बजकर 50 मिनट से आरंभ हो रही है और अगले दिन यानी 14 अक्टूबर की रात 11 बजकर 24 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। साथ ह इसी अमावस्या के दिन इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लग रहा है। यह अंतिम सूर्य ग्रह 14 अक्टूबर को रात 8 बजकर 34 मिनट से रात 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
देश के कई स्थानों पर सर्व पितृ अमावस्या को पितृ अमावस्या, महालया अमावस्या और पितृ मोक्ष अमावस्या के नाम से जाना जाता है इस दिन भूले भटके सभी पितरों का श्राद्ध किया जाता है। मान्यता है कि अगर किसी को अपने पूर्वजों की तिथि याद नहीं है तो ऐसे में वो लोग सर्व पितृ अमावस्या पर अपने पूर्वजों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान कर सकते हैं।
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