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धर्म-अध्यात्म
जानिए इस दिन दुर्गा माता की पूजा करते जानें डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व
Teja
10 Dec 2021 11:37 AM GMT
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जानिए इस दिन दुर्गा माता की पूजा करते जानें डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व
हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami Date) का उपवास किया जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami Date) का उपवास किया जाता है. इस दिन श्रद्धालु दुर्गा माता की पूजा करते हैं और उनके लिए पूरे दिन का व्रत करते हैं. मुख्य दुर्गाष्टमी जिसे महाष्टमी कहते हैं, अश्विन माह में नौ दिन के शारदीय नवरात्रि उत्सव के दौरान पड़ती है. दुर्गाष्टमी को दुर्गा अष्टमी के रूप में भी लिखा जाता है और मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami 2021) को मास दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. इस माह दुर्गाष्टमी 11 दिसंबर 2021 को मनाई जाएगी.: इस दिन मनाई जाएगी मासिक दुर्गाष्टमी, यहां जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
दुर्गाष्टमी शुभ मुहूर्त 2021
मार्गशीर्ष, शुक्ल अष्टमी
प्रारम्भ – 07:09 पी एम, दिसम्बर 10
समाप्त – 07:12 पी एम, दिसम्बर 11 Also Read - Today's Panchang, 18 June, 2021: आज मासिक दुर्गाष्टमी, जानें दुर्गा माता की पूजा का समय, यहां पढ़ें सपूर्ण पंचांग
मासिक दुर्गाष्टमी पूजन विधि
इस दिन सबसे पहले स्नान करके शुद्ध हो जाएं, फिर पूजा के स्थान को गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें. इसके पश्चात लकड़ी के पाट पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित कर लें. फिर माता को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, फिर प्रसाद के रूप में आप फल और मिठाई चढ़ाएं अब धूप और दीपक जलाएं. दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर माता की आरती करें. फिर हाथ जोड़कर देवी से प्रार्थना करें माता आपकी इच्छा जरूर पूरी करेंगी. Also Read - Masik Durgashtami 2021 June Date: इस दिन मनाई जाएगी मासिक दुर्गाष्टमी, यहां जानें दुर्गा माता की पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
दुर्गाष्टमी की कथा
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, सदियों पहले पृथ्वी पर असुर बहुत शक्तिशाली हो गए थे और वे स्वर्ग पर चढ़ाई करने लगे. उन्होंने कई देवताओं को मार डाला और स्वर्ग में तबाही मचा दी. इन सबमें सबसे शक्तिशाली असुर महिषासुर था. भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा ने शक्ति स्वरूप देवी दुर्गा को बनाया. हर देवता ने देवी दुर्गा को विशेष हथियार प्रदान किया. इसके बाद आदिशक्ति दुर्गा ने पृथ्वी पर आकर असुरों का वध किया. मां दुर्गा ने महिषासुर की सेना के साथ युद्ध किया और अंत में उसे मार दिया. उस दिन से दुर्गा अष्टमी का पर्व प्रारम्भ हुआ.
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