- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- शनिदेव की पूजा करने का...

कुंडली में साढ़ेसाती, हीरा या शनि दोष हो उन्हें हर शनिवार शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि शनि महाराज की विधिपूर्वक पूजा करने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। हालाँकि, अक्सर ऐसा होता है कि पूजा के दौरान जानबूझकर या अनजाने में कुछ गलतियाँ हो जाती हैं। ऐसे में …
कुंडली में साढ़ेसाती, हीरा या शनि दोष हो उन्हें हर शनिवार शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि शनि महाराज की विधिपूर्वक पूजा करने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। हालाँकि, अक्सर ऐसा होता है कि पूजा के दौरान जानबूझकर या अनजाने में कुछ गलतियाँ हो जाती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि शनिदेव की पूजा कैसे करें।
पूजा स्थान को साफ सुथरा रखें।
शनिदेव की पूजा के लिए किसी शुभ स्थान जैसे मंदिर या पूजा कक्ष का चयन करें।
आपको चावल, उड़द दाल, तिल, घी, लौंग, इलायची, धूप, दीप, फूल, माला, इत्र, अक्षत, कपूर, लॉलीपॉप, चंदन, जल, अनाज, शनि चालीसा या शनि सेवा की आवश्यकता होगी। आपकी अपनी लघुकथा भाषा, किताबें आदि
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है। प्रार्थना प्रातःकाल अर्थात् प्रातः काल में की जानी चाहिए। सूर्योदय या सूर्यास्त से पहले.
