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हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख दूसरा महीना होता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क |हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख दूसरा महीना होता है. ये महीना 28 अप्रैल से शुरू हो रहा है जो 26 मई को समाप्त होगा. वैशाख महीने को ब्रह्मा जी ने सबसे श्रेष्ठ बताया है. इस महीने में स्नान और दान पुण्य करने का विशेष महत्व है. इस महीने में कुछ विशेष उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि इस महीने में प्यासे को पानी पिलाने से सभी दानों और तीर्थों के समान फल मिलता है.
इसके अलावा जो लोग इस महीने में सड़के के किनारे प्याऊ लगाते हैं उन पर त्रिदेव की कृपा होती है. इन लोगों को वैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस महीने में कई व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं. आइए देखते हैं इस महीने की प्रमुख व्रत और त्योहार के बारे में.
7 मई वरुथिनी एकादशी – 7 मई को वरुथिनि एकादशी का व्रत रखा जाएगा. मई महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. ये एकदाशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है. इस दिन विधि- विधान से पूजा करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं.
08 मई शनि प्रदोष – हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा- अर्चना की जाती है.
09 मई मासिक शिवरात्रि – हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है.
11 मई अमावस्या – वैशाख महीने में कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है. इस दिन स्नान करने और दान पुण्य करने का विशेष महत्व होता है.
12 मई ईद उल फितर – मुस्लमानों के लिए ईद उल फितर प्रमुख त्योहारों में से एक है. ये त्योहार रमजान खत्म होने के बाद मनाया जाता है. इसे मिठी ईद के नाम से जाना जाता है.
14 मई अक्षय तृतीय और परशुराम जयंती – हिंदू धर्म के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन इनका जन्मोत्सव मनाया जाता है.
15 मई विनायक चतुर्थी – हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है. इस दिन पूजा करने से सबकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.
18 मई गंगा सप्तमी – मान्यता है कि वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा स्वर्ग लोक से भगवान शिव की जटाओं में पहुंची थीं. इसलिए इस दिन को गंगा जयंती के रूप में मनाया जाता है.
21 मई सीता सप्तमी – हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सीता नवमी के नाम से जाना जाता है. इस दिन माता सीता और भगवान राम की पूजा होती है.
22 मई मोहिनी एकादशी – वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है. इस एकदाशी के दिन व्रत करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और पाप का नाश होता है.
24 मई सोम प्रदोष व्रत – इस बार सोम प्रदोष व्रत 24 मई को है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है.
25 मई नरसिंह जयंती – भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह हैं जिन्होंने हिरण्यकश्यप का वध किया था. ये हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आती है
26 मई वैसाख पूर्णिमा – वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था जिन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की थी.
27 मई नारद जयंती – नारद जयंती हर साल ज्यषेठ कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि को मनाई जाती है.
29 मई संकष्टी चतुर्थी – हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को संकष्टी चतुर्थी आती है. इस दिन पूजा- पाठ करने से भगवान गणेश आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती है.
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