धर्म-अध्यात्म

जानिए गजकेसरी योग के लाभ

Tara Tandi
25 July 2022 8:47 AM GMT
जानिए गजकेसरी योग के लाभ
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जातक की कुंडली में बनने वाले कई शुभ-अशुभ योग व्यक्ति के जीवन पर खासा असर डालते हैं. कुछ योग ऐसे होते हैं, जो मनुष्य को रंक से राजा बना देते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जातक की कुंडली में बनने वाले कई शुभ-अशुभ योग व्यक्ति के जीवन पर खासा असर डालते हैं. कुछ योग ऐसे होते हैं, जो मनुष्य को रंक से राजा बना देते हैं. वहीं, कुछ योग राजा से रंक बनाने में भी देर नहीं करते. हमारे द्वारा कुंडली में बनने वाले शुभ योग को लेकर एक सीरीज चलाई जा रही है, जिसमें हम बात करेंगे गजकेसरी योग के बारे में. जिसकी कुंडली में गजकेसरी योग होता है, वह राजसी सुखों को भोगता है और कुशल होता है. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा इस कड़ी में हमें बता रहे हैं गजकेसरी योग कैसे बनता है और इसके क्या फायदे होते हैं.

कब बनता है गजकेसरी योग
ज्योतिष शास्त्र के जानकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, गजकेसरी योग हाथी और सिंह के संयोग से बनता है. कुंडली में मौजूद बृहस्पति और चंद्रमा के मजबूत होने से गज केसरी योग बनता है. जातक की कुंडली में अगर चंद्रमा और बृहस्पति एक दूसरे की तरफ दृष्टि करके केंद्र में बैठे हों तब यह शक्तिशाली योग बनता है.
कब नहीं मिलता इसका फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा और बृहस्पति एक-दूसरे की तरफ दृष्टि करके केंद्र में बैठे हैं, तब गजकेसरी योग बनता है, लेकिन चंद्रमा या बृहस्पति इन दोनों में से किसी एक के भी कमजोर होने पर गजकेसरी योग का फल प्राप्त नहीं होता.
ऐसे होते हैं गजकेसरी योग के जातक
1. गज में अभिमान रहित अपार शक्ति और सिंह में दूरदर्शी बुद्धि के साथ-साथ, चुस्ती-फुर्ती, लक्ष्य के प्रति सजगता व अदम्य साहस होता है. उसी तरह जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग होता है, वह बलवान, बुद्धिमान, दूरदर्शी सोच, अदम्य साहस और अपने क्षेत्र में झंडे गाड़ने वाला होता है.
2. उच्च पदों पर नियुक्त होते हैं. वाद-विवाद और भाषण कला में निपुण होते हैं.
3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग होता है, वह धनवान होता है. यहां बृहस्पति को धन का कारक माना जाता है. जातक को अधिक धन की प्राप्ति होती है. इस शुभ योग की वजह से व्यक्ति अपनी हर महत्वकांक्षा पूरा करता है.
4. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस भाव में गुरु और चंद्र बैठकर गजकेसरी योग बनाते हैं, जातक को उस भाव से संबंधित शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
5. गजकेसरी योग जब चतुर्थ और दशम भाव में बनता है तो व्यक्ति अपने व्यवसाय और करियर में ऊंचे मुकाम हासिल करता है.
गजकेसरी योग के फायदे
1. जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग होता है, वह अपने करियर में ऊंचाइयों को हासिल करता है.
2. गजकेसरी योग से जातक की हर महत्वकांक्षाएं पूरी होती हैं.
3. जातक को धन-संपत्ति का लाभ होता है, संतान सुख मिलता है, खुद का घर खरीदने का सुख मिलता है, वाहन सुख भी प्राप्त होता है.
4. गजकेसरी योग से जातक को राजसी सुख और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.
इस तरह मजबूत करें गजकेसरी योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गजकेसरी योग को मजबूत करने के लिए भगवान शिव की आराधना करना विशेष फलदाई माना जाता है. साथ ही मान्यता है कि पीला पुखराज या मोती पहनना गजकेसरी योग के जातकों के लिए लाभकारी होता है, परंतु कोई भी रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष जानकार से सलाह अवश्य लेना चाहिए.
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