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धर्म-अध्यात्म
जानिए सावन के दूसरे सोमवार व्रत के दिन बनने वाले शुभ योग और मुहूर्त
Tara Tandi
21 July 2022 5:37 AM GMT
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सावन माह का दूसरा सोमवार व्रत (Sawan Somwar Vrat) 25 जुलाई को है. सावन माह के सोमवार व्रत विशेष फलदायी माने जाते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन माह का दूसरा सोमवार व्रत (Sawan Somwar Vrat) 25 जुलाई को है. सावन माह के सोमवार व्रत विशेष फलदायी माने जाते हैं. पुत्र प्राप्ति की मनोकामना हो या फिर मनचाहे वर की चाह, इसकी पूर्ति के लिए सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है. जिनको 16 सोमवार व्रत करना होता है, वे सावन सोमवार व्रत से इसका प्रारंभ करते हैं. सावन का पहला सोमवार व्रत 18 जुलाई को था और अब दूसरा सावन सोमवार व्रत आने वाला है. इस दिन बनने वाले शुभ योग और मुहूर्त के कारण यह दिन और भी महत्वपूर्ण हो गया है. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं सावन के दूसरे सोमवार व्रत के दिन बनने वाले शुभ योग, मुहूर्त आदि के बारे में.
दूसरा सावन सोमवार और प्रदोष व्रत एक ही दिन
25 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार व्रत और सावन का पहला प्रदोष व्रत है. शिव पूजा की दृष्टि से दोनों ही विशेष हैं. ऐसा शुभ संयोग बना है कि सोमवार के दिन प्रदोष व्रत होने से शिव कृपा प्राप्ति के साथ ही मनोकामना पूर्ति भी होगी.
दूसरा सावन सोमवार व्रत 2022 शुभ मुहूर्त
सावन के दूसरे सोमवार व्रत के दिन ध्रुव योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 03:04 बजे तक है और इस दिन मृगशिरा नक्षत्र देर रात 01:06 बजे तक है. ध्रुव योग स्थिर कार्यों जैसे भवन निर्माण आदि के लिए शुभ माना जाता है. यह योग और नक्षत्र दोनों ही शुभ हैं. दिन का शुभ समय: दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12:55 बजे तक है.
दूसरा सावन सोमवार व्रत 2022 शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 05:38 बजे से लेकर देर रात 01:06 बजे तक
बुधादित्य योग: इस दिन सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग का भी निर्माण हो रहा है.
अमृत सिद्धि योग: सुबह 05:38 बजे से लेकर देर रात 01:06 बजे तक
दूसरा सावन सोमवार व्रत 2022 राजयोग
25 जुलाई को शश और हंस राजयोग भी बन रहा है. हंस राजयोग का संबंध देव गुरु बृहस्पति से होता है और शश राजयोग पद एवं प्रतिष्ठा में वृद्धि कराने वाला माना जाता है.
सावन सोमवार का महत्व
1. सावन सोमवार का व्रत करने से मनचाहे जीवनसाथी की मनोकामना पूर्ण होती है क्योंकि इस माह में माता पार्वती को भगवान शिव पति स्वरूप में प्राप्त हुए थे.
2. जो लोग पुत्र की कामना से सावन सोमवार व्रत रखते हैं, उसे भगवान शिव पूर्ण करते हैं. सावन सोमवार की व्रत कथा में भी इसका उल्लेख है.
3. सावन के दूसरे सोमवार को शिववास भी है. ऐसे में आप इस दिन रुद्राभिषेक भी करा सकते हैं. रुद्राभिषेक कराने से कष्ट, रोग, ग्रह दोष आदि दूर होते हैं, परिवार में सुख और शांति आती है.
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