धर्म-अध्यात्म

जानिए मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र

Tara Tandi
18 July 2022 11:54 AM GMT
जानिए मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र
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हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का माह भगवान शिव को समर्पित होता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का माह भगवान शिव को समर्पित होता है। इस पूरे माह में भोलेनाथ के साथ माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। सावन में भगवान शिव ही नहीं बल्कि मां पार्वती के लिए भी व्रत रखा जाता है। इसे मंगला गौरी व्रत के नाम से जानते हैं। सावन में पड़ने वाले हर मंगलवार के दिन इस व्रत को रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मंगला गौरी व्रत पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए विवाहित महिलाएं रखती है। इसके अलावा अविवाहित लड़कियां अच्छे पति की कामना रखते हुए इस व्रत को रखती है। इतना ही नहीं मंगला गौरी व्रत को रखने से संतान की प्राप्ति होने के साथ जीवन के हर कष्ट से छुटकारा मिल जाता है। साल में पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई को रखा जा रहा है और आखिरी 9 अगस्त को रखा जाएगा। जानिए मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र।

मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त
सर्वार्थ सिद्धि योग - 19 जुलाई 2022 को सुबह 5 बजकर 35 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक।
रवि योग- सुबह 05 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक।
सुकर्मा योग- दोपहर 01 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर पूरी रात
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 47 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक
मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि
मंगला गौरी व्रत व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें।
स्नान के बाद साफ सुथरे और सूखे कपड़े पहन लें।
मां पार्वती का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके साथ इस मंत्र को बोले-मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरी प्रीत्यर्थं पंचवर्षपर्यन्तं मंगलागौरीव्रतमहं करिष्ये।
मां मंगला गौरी (मां पार्वती) की तस्वीर लेकर चौकी में लाल या सफेद रंग का कपड़ा बिछाकर रख दें।
आटे से दीपक बनाकर घी भरकर मां पार्वती के सामने जला दें।
मां मंगला गौरी का षोडशोपचार पूजन करें।
मां मंगला गौरी 16 मालाएं, लौंग, सुपारी, इलायची, फल, पान, लड्डू, सुहाग की सामग्री, 16 चूड़ियां तथा मिठाई अर्पण करें।
5 प्रकार के सूखे मेवे, 7 प्रकार के अनाज आदि चढ़ा दें।
घी-दीपक जला दें।
अब मंगला गौरी व्रत की कथा पढ़ लें।
अंत में विधिवत आरती कर लें
दिनभर व्रत रखकर एक बार अन्न ग्रहण करें।
मंगला गौरी व्रत का मंत्र
मां मंगला गौरी की पूजा के साथ इन मंत्र का जाप करें- ॐ गौरी शंकराय नमः
सावन में पड़ रहे मंगला गौरी व्रत की तिथि
प्रथम मंगला गौरी व्रत - 19 जुलाई 2022, दिन मंगलवार
दूसरा मंगला गौरी व्रत - 26 जुलाई 2022, दिन मंगलवार
तीसरा मंगला गौरी व्रत - 2 अगस्त 2022, दिन मंगलवार
चतुर्थी मंगला गौरी व्रत - 9 अगस्त 2022, दिन मंगलवार
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