धर्म-अध्यात्म

जानिए नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

Tara Tandi
19 July 2022 9:43 AM GMT
जानिए नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
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भगवान शिव को सावन का महीना अतिप्रिय है और इस दौरान जातक भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार से पूजा-पाठ करते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव को सावन का महीना अतिप्रिय है और इस दौरान जातक भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार से पूजा-पाठ करते हैं. सावन के महीने सोमवार का व्रत और मंगला गौरी (Nag Panchami 2022 Date) का व्रत आता है. इसी महीने नाग पंचमी का त्योहार भी आता है जो कि हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. बता दें कि भगवान शिव के गले में नाग विराजमान हैं और इसलिए नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा की जाती है. (Sawan 2022) आइए जानते हैं इस बार किस मनाई जाएगी नाग पंचमी?

कब है नाग पंचमी?
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त 2022, मंगलवार के दिन मनाई जाएगी. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ नाग देवता का भी पूजन किया जाता है. मान्यता है कि नाग पंचमी पर विधि-विधान से पूजन करना लाभदायक साबित होता है.
साथ ही यह भी कहा जाता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता का पूजन करने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं और जातकों के सभी संकटों को दूर करते हैं. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष है तो उसे नाग पंचमी के दिन जरूर पूजन करना चाहिए. इससे काल सर्प दोष का प्रभाव कम होता है.
नाग पंचमी 2022 शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी 2 अगस्त को है और पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त 2 अगस्त को सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर शुरू होगा और 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा. शुभ मुहूर्त में पूजन करना काफी फलकारी होता है.
नाग पंचमी 2022 पूजन विधि
नाग पंचमी के दिन नाग देवता का पूजन किया जाता है और इस दिन कई लोग भगवान शिव की कृपा पाने के लिए व्रत भी करते हैं. जो जातक कल सर्प दोष निवारण की पूजा कराना चाहते हैं उन्हें एक दिन पहले चतुर्थी के दिन व्रत शुरू करना चाहिए. नाग पंचमी पर पूरे दिन उपवास रखने के बाद शाम के समय भोजन ग्रहण करना चाहिए. नाग देवता की पूजन करने के लिए एक चौकी लें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर नाग देवता की तस्वीर स्थापित करें. इसके बाद नाग देवता को हल्दी, रोली और चावल का तिलक लगाए. फिर फूल चढ़ाएं और दीपक जलाएं. नाग देवता को कच्चा दूध और चीनी का भोग लगाए. इस दिन नाग पंचमी की कथा और नाग देवता की आरती करना न भूलें.
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