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माना जाता है कि जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो ये दिन या समय कर्क संक्रांति के रूप में मनाया जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। माना जाता है कि जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो ये दिन या समय कर्क संक्रांति के रूप में मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार सूर्य देव 12 राशियों (Zodiac signs) में प्रवेश करते हैं और इसी कारण साल में कुल 12 संक्रांति आती हैं. इस बार कर्क संक्रांति (Kark Sankranti 2022) 16 जुलाई को पड़ रही है. इस दौरान भगवान सूर्य देव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करने वाले हैं. संक्रांति के दौरान सूर्य देव की पूजा पूरे विधि-विधान से करनी चाहिए. इस दौरान पूजा-पाठ के अलावा जप-तप, दान और यज्ञ करना चाहिए. ऐसा करने वालों को जीवन नें सुख एवं समृद्धि हासिल करने में मदद मिलती है.
पूजा-पाठ करने से ग्रह दोष तो दूर होते हैं, साथ ही पितृ दोष भी खत्म होता है. इस राशि के जातकों को इस दिन विशेष तौर पर सुबह स्नान करके सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए. साथ ही उन्हें प्रसन्न करने वाली हर चीज का भोग भी लगाना चाहिए. जानें कर्क संक्राति का महत्व और इस दिन आप पूजा-पाठ के अलावा क्या-क्या उपाय कर सकते हैं.
कर्क संक्रांति का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार कर्क संक्रांति की तिथि 16 जुलाई पड़ रही है और इसका शुभ मुहूर्त 5 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगा और ये दोपहर 2 बजकर 51 मिनट तक जारी रहेगा. वहीं सूर्य देव जिस समय कर्क राशि में गोचर करेंगे, इसका शुभ मुहूर्त रात 10 बजकर 50 मिनट रहेगा.
कर्क संक्रांति का महत्व
शास्त्रों के अनुसार कर्क संक्रांति के दिन उत्तरायण काल के अंत और दक्षिणायन काल की शुरुआत होती हैं. उत्तरायण और दक्षिणायन का समय छह-छह महीने रहता है. कर्क संक्रांति से शुरू हुआ दक्षिणायन का काल मंकर संक्रांति तक चलता है. मान्यता है कि जब सूर्य देव कर्क से धनु राशि में भ्रमण करते हैं तो उस समय को दक्षिणायन का काल जारी रहता है. इस दौरान कर्क राशि के जातक कई ज्योतिष उपाय करके कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत कर सकते हैं. इसके लिए इस दौरान रोजाना सूर्य को अर्घ्य दें और उनकी पूजा करें.
इस दिन करें ये उपाय
1. इस संक्रांति पर कर्क राशि ही नहीं अन्य राशि के जातक भी दान कर सकते हैं. दान का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है. इस शुभ दिन पर लोगों को गुड़, तिल, वस्त्र व अन्य चीजों का दान करना चाहिए. आप चाहे तो पानी का दान भी कर सकते हैं. गर्मी और मॉनसून में राहगीरों को पानी पिलाना बहुत पुण्य का काम होता है.
2. कर्क संक्रांति के दिन किस रंग के वस्त्र पहनने चाहिए, ये भी महत्व रखता है. माना जाता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने वाले लोगों को लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए.
3. कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए ये दिन बहुत शुभ माना जाता है. इसके लिए इस दिन तांबे के लोटे में जल लें और सुबह-सुबह सूर्य देव को वह जल अर्पित करें.
Tara Tandi
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