धर्म-अध्यात्म

जानिए उन राशियों के बारे में झूठ बोलने में होते हैं माहिर

Tara Tandi
6 Oct 2021 4:51 AM GMT
जानिए उन राशियों के बारे में झूठ बोलने में होते हैं माहिर
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दुनिया में झूठे और धोखेबाज लोगों की भी कमी नहीं है

दुनिया में झूठे और धोखेबाज लोगों की भी कमी नहीं है. ये लोग अपने फायदे के लिए किसी से भी झूठ बोल देते हैं. ज्योतिषों के अनुसार कुछ राशि के लोग जन्म से ही झूठ बोलने में माहिर होते हैं. ये लोग खुद को संकट से बचाने के लिए पलक झपकते ही झूठ बोल देते हैं.

हर व्यक्ति में कोई न कोई आदत होती है, उसी तरह झूठ बोलना इनकी आदत में होता है. ऐसे लोगों पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं ज्योतिष के अनुसार उन राशियों के बारे में झूठ बोलने में माहिर होते हैं.

कर्क राशि

कर्क राशि के जातक किसी भी बात में जितना हो सके, उतना झूठ बोलते हैं. ये लोग तेजतर्रार स्वभाव के होते हैं, जब इन पर कोई संकट आता है तो आसानी से अपनी बात से पलट जाते हैं और खुद को बचाने के लिए झूठ का साहरा लेते हैं.

सिंह राशि

सिंह राशि के जातक दूसरों का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए झूठ बोलते हैं. ये लोग अहंकारी होते हैं और झूठ का विरोध भी करते हैं, लेकिन वे पॉपुलेटरी पाने के लिए झूठ बोलते हैं. इस राशि के लोग झूठ बोलते समय आंखें मिलाने से बचते हैं.

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातक पलक झपकते ही सच बदल देते हैं क्योंकि ये उनके लिए बहुत आसान होता है. वे हर किमत पर किसी भी तरह के तकर्रार से बचना चाहते हैं क्योंकि उन्हें सबसे सामने मिलनसार व्यक्ति के रूप में स्टेटस बनाएं रखता होता है. ये बहुत चालाक होते हैं और दूसरों के सामने अपनी बातों को इतनी मजबूती से रखते हैं कि हर कोई इनकी बातों में आ जाता है.

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोग झूठ बोलने में माहिर होते हैं. ये इतनी सफाई से झूठ बोलते हैं कि इन्हें पकड़ पाना बहुत मुश्किल होता है. ये किसी भी बारे में कहीं भी लगातार झूठ बोलेंगे और खुद को सकंट में देखकर तुरंत पलट जाएंगे. अगर कोई उनकी बातों को ध्यान से सुने और समझे तो उनके झूठ को पकड़ सकता है.

तुला राशि

तुला राशि के जातक वास्तव में झूठ बोलना पसंद नहीं करते हैं. लेकिन फिर भी वे खुद को बचाने के लिए ऐसा करते हैं. वे किसी भी तरह के कनफ्रंट से बचते हैं क्योंकि उन्हें अजीब और असहज महसूस होता है. वे अपनी सहुलियत के हिसाब से सच्च को तोड़मोड़ के पेश करते हैं. कई बार उनके बोल झूठ से उन्हें ही नुकसान होता है.

नोट- यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

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