धर्म-अध्यात्म

जानिए 17 मई तक ये 5 राशि के जातक रहें सावधान

Tara Tandi
14 April 2022 5:32 AM GMT
जानिए 17 मई तक ये 5 राशि के जातक रहें सावधान
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जानिए 17 मई तक ये 5 राशि के जातक रहें सावधान 

सभी 9 ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक राशि से दूसरी राशि में स्थान परिवर्तन करते करते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में इस गोचर करना कहते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सभी 9 ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक राशि से दूसरी राशि में स्थान परिवर्तन करते करते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में इस गोचर करना कहते हैं। ज्योतिष में बताया गया है कि जब भी किसी ग्रह का राशि परिवर्तन होता है इसका सीधा प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। ग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त और भूमि पुत्र मंगल 7 अप्रैल को मकर राशि से निकल कर कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके है। इस राशि में मंगल 17 मई सुबह 9 बजकर 30 मिनट तक गोचर करेंगे और इसके बाद मीन राशि में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह का प्रभाव भूमि, युद्ध, साहस और पराक्रम से होता है। मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह भी कहा जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह आगजनी और तनाव का कारण बनते हैं। मंगल के राशि परिवर्तन से इसका प्रभाव सभी जातकों पर पड़ता है कुछ पर शुभ तो कुछ पर अशुभ और कुछ के ऊपर मिलाजुला असर देखने को मिलेगा। लेकिन राशिचक्र की 5 ऐसी राशियां हैं जिन्हें 17 मई तक सावधान रहने की आवश्यकता है आइए जानते हैं कौन सी हैं वो राशियां।

कर्क राशि
ग्रहों के सेनापति मंगल कर्क राशि के पंचम और दशम भाव के स्वामी हैं। और इस गोचर के दौरान मंगल ग्रह कर्क राशि अष्टम बभव में गोचर कर रही हैं। मंगल के इस गोचर के दौरान आपको अपने वरिष्ठों या सहकर्मियों के साथ व्यवहार करते समय अपने कार्यक्षेत्र में में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आप अपने काम पर ठीक से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे जिससे आपके मन में निराशा पैदा हो सकती है। आर्थिक रूप से भी यह गोचर आपको आर्थिक रूप से असुरक्षित महसूस कराएगा। इस गोचर की अवधि में शेयर, सट्टे या चल संपत्ति में निवेश न करने की सलाह दी जाती है। आपके निजी जीवन में, कुछ गलतफहमी और अहंकार की समस्याओं के कारण आपके जीवनसाथी के साथ आपके संबंध बिगड़ सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ छोटी-मोटी चोट लग सकती है जिससे आपको सावधान रहने की आवश्यकता है।
तुला राशि
मंगल ग्रह तुला राशि के जातकों के द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी हैं और इस समय पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। यह अवधि तुला राशि के जातकों के लिए उतार चढ़ाव वाली रहेगी। कार्यक्षेत्र में आपको अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मी आपके विरुद्ध कोई योजना बना सकते हैं। किसी भी प्रकार का उधार लेने से बचें। इस दौरा तुला राशि के जातकों को किसी भी प्रकार के निवेश का जोखिम नहीं उठाना चाहिए, नुकसान संभव है। आपके निजी जीवन में आपके प्रेम प्रसंग में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। नए संबंध विकसित करते समय बहुत सावधान रहें क्योंकि धोखा मिलने की भी संभावना है। आपके बच्चों को कुछ शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, सावधानी बरतें।
वृश्चिक राशि
मंगल वृश्चिक राशि के जातकों के षष्ठम और लग्न भाव के स्वामी हैं और इस समय लिए छठे भाव और प्रथम भाव का स्वामी है और चतुर्थ भाव में गोचर कर रही हैं। आप इस अवधि के दौरान अत्यधिक आक्रामक रहेंगे जिस वजह से आपके परिवार के सदस्यों, मित्र मंडली आदि सहित आपके आस-पास के व्यक्ति के साथ आपके संबंध बिगड़ सकते हैं। वृश्चिक राशि के जातकों का आक्रमक व्यवहार कार्यक्षेत्र में भी परेशानी उत्पन्न कर सकता है। किसी भी अवांछित परिस्थितियों से बचने के लिए संयम बनाकर रखें। आर्थिक रूप से यह अवधि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए औसत रहेगी इसलिए शेयर बाजार या संपत्ति में निवेश करना आपके लिए बहुत अनुकूल अवधि नहीं हो सकती है। निजी जीवन में संतान के साथ अनबन हो सकती है। मां के स्वास्थ्य पर नजर रखें और जो लोग बीपी या दिल से संबंधित बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें अतिरिक्त देखभाल की जरूरत है।
मकर राशि
सेनापति मंगल मकर राशि के चतुर्थ और एकादश भाव के स्वामी हैं। इस गोचर के दौरान आपके परिवार में कुछ नकारात्मक पहलू उत्पन्न हो सकते हैं। आपको अपने घर में बहुत अधिक मानसिक तनाव से गुजरना पड़ सकता है। आपकी वाणी में थोड़ी कड़वाहट आ सकती है और आपको जरा जरा सी बात पर क्रोध भी आ सकता है जो आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए थोड़ा संयम बना कर रखें। आपको वित्त या निवेश को लेकर बहुत सावधान रहना होगा क्योंकि इस अवधि के दौरान कुछ वित्तीय नुकसान भी होने की संभावना है। मकर राशि के जातकों को वाहन चलाने में सावधानी बरतने की जरूरत है। शरीर में दर्द, थकान और अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए सावधान रहें।
मीन राशि
मंगल ग्रह मीन राशि के जातकों के द्वितीय और नवम भाव के स्वामी हैं और इस समय वे द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के दौरान मीन राशि के जातकों को कई परेशानियों को सामना करना पड़ेगा। आपके कई सारे प्रयास विफल हो सकते हैं और इस वजह से आप असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं। मीन राशि के जातकों के विरोधी और प्रतियोगी दबाव बनाने और छवि खराब करने की कोशिश करेंगे। इस दौरान आपका रवैया रुख और आक्रमक हो सकता है। निजी जीवन में पारिवारिक जीवन थोड़ा अशांत प्रतीत होता है और हो सकता है कि आप अपने रिश्ते में पूरी तरह से संतुष्ट महसूस न करें। स्वास्थ्य की दृष्टि से इस अवधि के दौरान आप कुछ मानसिक तनाव, शरीर में दर्द और थकान महसूस कर सकते हैं।
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