धर्म-अध्यात्म

जानें मनुष्य को मृत्यु से पहले मिलते हैं ये संकेत

Tara Tandi
12 Jun 2022 10:22 AM GMT
जानें मनुष्य को मृत्यु से पहले मिलते हैं ये संकेत
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मृत्यु शाश्वत है। जिस प्रकार एक शिशु का जन्म 9 महीने के उपरांत माता के गर्भ से होता है। ठीक उसी प्रकार मृत्यु भी अपने आने का संकेत देती है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मृत्यु शाश्वत है। जिस प्रकार एक शिशु का जन्म 9 महीने के उपरांत माता के गर्भ से होता है। ठीक उसी प्रकार मृत्यु भी अपने आने का संकेत देती है। मनुष्य के जीवन में जब कुछ विचित्र ऐसी घटनाएं होने लगें तो समझ लीजिए कि यह मृत्यु का संकेत दे रही है। हालांकि ये संकेत इतने सूक्ष्म होते हैं कि हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में उन पर ध्यान ही नहीं देते और जब मृत्यु एकदम करीब आ जाती है तो पता लगता है कि अब देर हो चुकी है, कई काम अधूरे रह गए हैं। ऐसी स्थिति में अंतिम क्षण में मन भटकने लगता है और मृत्यु के समय कष्ट की अनुभूति होती है। पुराणों के अनुसार अगर मृत्यु के समय मन शांत और इच्छाओं से मुक्त हो तो बिना कष्ट से प्राण शरीर त्याग देता है और ऐसे व्यक्ति की आत्मा को परलोक में सुख की अनुभूति होती है। लोग हमेशा यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि मरते समय या मरने से पहले व्यक्ति कैसा महसूस करता है। हिंदू धर्म के कई ग्रंथों में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। शिवमहापुरण में मृत्यु से पूर्व के संकेत बताएं गए हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो संकेत।

मरने से पहले मिलते हैं ऐसे संकेत
शिव पुराण में बताया गया है कि मृत्यु के कुछ महीनों पहले जिस इंसान को मुंह, जीभ, आंखे, कान और नाक पत्थर के जैसी होती महसूस होने लगे, तो यह व्यक्ति की जल्द मौत होने का इशारा समझा जाता है।
शिवपुराण में भगवान शिव के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति का शरीर नीला या पीला पड़ जाए या फिर उसके शरीर पर ढेर सारे लाल निशान दिखाई देने लगें तो यह इस ओर इशारा करता है कि व्यक्ति की मौत नजदीक है।
शिव महापुरण के अनुसार यदि आपकी परछाई आपको नहीं दिख रही है तो यह मृत्यु करीब आने के सूचक माने गए हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अधिक आयु वाले व्यक्ति को जब अपनी छाया धड़ रहित दिखाई देने लगे, तो उस व्यक्ति की मौत बहुत जल्द होने वाली होती है।
जब कोई व्यक्ति चंद्रमा, सूर्य और अग्नि के प्रकाश को देखने में असमर्थता महसूस करने लगे तो ये संकेत है कि जीवन के उसके पास कुछ क्षण ही शेष हैं। कहते हैं मृत्यु से कुछ समय पूर्व पहले व्यक्ति को ध्रुव तारा या सूर्य दिखना बंद हो जाता है साथ ही रात में इंद्रधनुष दिखाई देने लगता है।
यदि किसी व्यक्ति के सिर पर गिद्ध, कौआ या कबूतर आकर बैठ जाए तो यह उस व्यक्ति के महीने भर में काल के गाल में समा जाने का संकेत है।
यदि व्यक्ति का बायां हाथ लगातार फड़कता रहे, उसका तालू अधिकांश समय सूखा रहे तो उसकी मौत भी समीप हो सकती है।
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