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धर्म-अध्यात्म
जानिए विजय दशमी के मौके पर रामायण से जुड़े रोचक तथ्य
Renuka Sahu
15 Oct 2021 3:22 AM GMT
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फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दशहरे के दिन को बहुत पावन माना जाता है. इसी दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण को मारा था. इसलिए दशहरे को बुराई पर अच्छाई का दिन भी कहा जाता है. प्रभु श्रीराम से जुड़ी तमाम घटनाओं का जिक्र रामायण में किया गया है. रामायण संस्कृत का एक महाकाव्य है जिसकी रचना ऋषि वाल्मीकि ने की थी.
रामायण अपने आप में एक अलौकिक रचना है जिसमें 24000 छंद हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि रामायण के हर हजार छंद का पहला अक्षर लिया जाए तो जो 24 अक्षर मिलते हैं, वो गायत्री मंत्र से बने हैं. रामायण में कुछ ऐसी बातें कही गई हैं, जिनसे अक्सर लोग अंजान हैं. दशहरे के मौके पर जानिए रामायण से जुड़े रोचक तथ्य.
रामायण से जुड़े रोचक तथ्य
– पूर्वजन्म में भगवान विष्णु ने कौशल्या को त्रेता युग में उनके गर्भ से जन्म लेने का वरदान दिया था. इसके बाद उन्होंने कौशल्या के गर्भ भगवान राम के रूप में जन्म लिया था.
– श्री राम की एक बहन भी थीं जिनका नाम शांता देवी था. कौशल्या ने अपनी बहन वर्षनी और अंगदेश के राजा रोमपाद को अपनी पुत्री को गोद दे दिया था क्योंकि वे नि:संतान थे. इसलिए रामायण में शांता का वर्णन नहीं मिलता.
– लक्ष्मण ने भगवान राम और सीता की सुरक्षा के लिए 14 वर्षों तक नींद का त्याग कर दिया था. 14 वर्षों के वनवास में वह एक भी दिन नहीं सोए थे.
– माना जाता है कि देवी सीता भगवान शिव के धनुष को बचपन से ही खेल-खेल में उठा लेती थीं इसलिए उनके स्वयंवर में उनके पिता ने धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाने की शर्त रखी थी.
– रावण के तीन पुत्रों मेघनाद, प्रहस्त और अतिकाय का वध लक्ष्मण ने किया था लेकिन जिक्र ज्यादातर सिर्फ मेघनाद का होता है.
– जिस दिन रावण सीता का हरण करके अशोक वाटिका में लाया था, उसी दिन ब्रह्मा जी ने एक विशेष खीर इंद्र के हाथों से देवी सीता तक पहुंचाई थी. इस दौरान सीता के सभी पहरेदार राक्षसों को इंद्र देव ने सुला दिया था. माना जाता है कि इस खीर को खाने के बाद सीता माता की भूख और प्यास बिल्कुल शांत हो गई थी और उन्होंने अशोक वाटिका में बगैर कुछ खाए समय व्यतीत किया.
– रावण महाज्ञानी विद्वान था और भगवान श्रीराम भी उसकी विद्वत्ता का सम्मान करते थे. इसलिए जब रावण मृत्यु शैय्या पर था, तब श्रीराम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण को कहा था कि वो रावण के पास जाकर उनसे ज्ञान अर्जित करें.
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