- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- ऐसे जानें कुंडली में...
धर्म-अध्यात्म
ऐसे जानें कुंडली में आपके भाग्य भाव का स्वामी कौन है, ऐसे करें प्रसन्न
Deepa Sahu
24 Nov 2021 4:25 PM GMT
x
हर व्यक्ति यह जानने के लिए उत्सुक रहता है,
भाग्य के स्वामी को प्रसन्न करने के उपाय: हर व्यक्ति यह जानने के लिए उत्सुक रहता है कि उसका भाग्योदय कब होगा और कब उसके हाथ में रुपया, पैसा दौलत और शौहरत आएगी। वैसे तो इस बात का जवाब शायद ही किसी के पास हो, लेकिन ज्योतिष के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि आपके भाग्य भाव का स्वामी ग्रह कौन है और फिर उसको प्रसन्न करने के कुछ उपाय किए जा सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप अपने भाग्य भाव के स्वामी के बारे में जान सकते हैं और फिर उनको प्रसन्न करने के लिए कौन से उपाय आपको करने चाहिए।
कुंडली में नवमें घर में लिखा हो 9 या 12
अगर आपकी कुंडली के नवमें घर में 9 या 12 लिखा है तो आपके भाग्य के स्वामी ग्रह गुरु होंगे क्योंकि नौवीं राशि और 12वीं राशि क्रमशः धनु और मीन के स्वामी गुरु होते हैं। आप गुरु ग्रह से संबंधित उपाय करें। ऐसे में भगवान विष्णु की आराधना करने और गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान करके ऐसे लोगों को भाग्य का साथ मिलने लग जाता है। इसके अलावा गुरुवार को गाय को आलू में हल्दी लगाकर खिलाने से भी आपका भाग्य साथ देने लगेगा।
कुंडली में नवमें घर में लिखा हो 1 या 8
अगर आपकी कुंडली के नवमें घर में 1 या 8 लिखा है तो आपके भाग्य के स्वामी मंगल ग्रह होंगे, क्यों राशिचक्र में पहली मेष और आठवीं वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल माने जाते हैं। मंगल को प्रसन्न करने के लिए आपको आपको मंगलवार के दिन मंगल बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का यथासंभव जप करना चाहिए इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आपको भाग्य का सहयोग मिलने लग जाता है। मंगल को प्रसन्न करने के लिए हर मंगलवार को मजदूरों को मिठाई खिलानी चाहिए। इसके साथ ही लाल मसूर की दाल का दान करें। मंगलवार को सुंदर कांड का पाठ करना चाहिए।कुंडली में नवमें घर में लिखा हो 2 या 7
अगर आपकी कुंडली के नवमें घर में 2 या 7 लिखा है तो आपके भाग्य के स्वामी शुक्र ग्रह होंगे, क्योंकि राशि चक्र में दूसरी वृष और सातवीं तुला राशि के स्वामी शु्क्र माने जाते हैं। शुक्र को प्रसन्न करने के लिए आपको रोजाना मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। शुक्र के बीज मंत्र ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः का प्रतिदिन जप करने से भी भाग्य का साथ आपको मिल सकता है। आपको हर शुक्रवार को चावल का दान करना चाहिए। मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।
कुंडली में नवमें घर में लिखा हो 3 या 6
अगर आपकी कुंडली के नवमें घर में 3 या 6 लिखा है तो आपके भाग्य के स्वामी बुध ग्रह होंगे, क्योंकि राशि चक्र में तीसरी मिथनु और छठवीं कन्या राशि के स्वामी बुध माने जाते हैं। बुध को प्रसन्न करने के लिए आपको तांबे के कड़े को धारण करना चाहिए। इसके साथ ही प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाने से भी ऐसे लोगों को लाभ की प्राप्ति होती है। आपको भाग्य का साथ प्राप्त करने के लिए हर बुधवार को गणेशजी की उपासना करनी चाहिए।
कुंडली में नवमें घर में लिखा हो 10 या 11
अगर आपकी कुंडली के नवमें घर में 10 या 11 लिखा है तो आपके भाग्य के स्वामी शनि ग्रह होंगे, क्योंकि राशि चक्र में 10वीं मकर और 11वीं कुंभ राशि के स्वामी शनि माने जाते हैं। शनि के भाग्येश होने पर आपको शनि को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए। इसमें हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। हर शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही काले वस्त्र शनिवार को पहनने से बचें।
Next Story