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जानें, कैसे हुआ रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म और कौन हैं इनके माता-पिता
मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित होता है। इस दिन जी बजरंगबली की पूजा-आराधना का विधान है। इन्हें मारुत नंदन, बजरंगबली, हनुमान जी, संकट मोचन, पवनसुत आदि नामों से जाना जाता है। शास्त्रों में निहित है कि महज हनुमान जी का सुमरन करने से सभी संकट और दुख दूर हो जाते हैं। ज्योतिषों की मानें तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा और व्रत करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सूर्य मजबूत होता है। सूर्य मजबूत होने से करियर और कारोबार को नया आयाम देने में मदद मिलती है। इसके लिए कहा जाता है कि रोजाना सूर्य देव को लाल रंग मिलाकर जल का अर्घ्य देना चाहिए। इससे सूर्य और मंगल दोनों मजबूत होता है। वहीं, मंगल के कमजोर रहने से जातक पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अगर आप अपने जीवन से सभी तरह के संकटों से मुक्ति चाहते हैं, तो मंगलवार के दिन इन मंत्रों से हनुमान जी की पूजा जरूर करें-
1.
ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमंते
टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा
यह मंत्र शत्रु नाशक है। इस मंत्र के उच्चारण से शत्रुओं का दमन होता है। रोजाना स्नान-ध्यान के बाद हनुमान चालीसा पाठ के उपरांत इस मंत्र का 11 बार जरूर उच्चारण करें।
2.
ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय पश्चिमुखाय गरुडानना
मं मं मं मं मं सकल विषहराय स्वाहा।।
इस मंत्र के जाप से जीवन में सुख, शांति और समृधि आती है। अगर आप आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं तो रोजाना स्नान-ध्यान के बाद कम से कम 11 बार जरूर जाप करें। इससे जीवन में आ रही आर्थिक संकट दूर हो जाएंगे।
3.
ॐ हं हनुमंते रुद्रात्मकाय हुं फट्
रोजाना पूजा करने के समय इस मंत्र का जाप जरूर करें। इसे हनुमान जी की पूजा करने से पहले उच्चारण करें। ऐसा कहा जाता है कि इस मंत्र के जाप से हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं।
4.
श्री गुरु चरण सरोज रज,
निज मन मुकुर सुधार |
बरनौ रघुवर बिमल जसु,
जो दायक फल चारि |
बुद्धिहीन तनु जानि के,
सुमिरौ पवन कुमार |
बल बुद्धि विद्या देहु
मोहि हरहुं कलेश विकार ||
हर रोज सुबह और शाम में हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। इससे व्यक्ति के जीवन में आने वाली सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। हनुमान चालीसा के दोहा में ही सकल दुःख दूर कर बल, बुद्धि और विद्या देने की आराधना है।