धर्म-अध्यात्म

जानिए कैसे हुई भोलेनाथ के बहन की उत्पत्ति

Manish Sahu
25 July 2023 6:39 PM GMT
जानिए कैसे हुई भोलेनाथ के बहन की उत्पत्ति
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धर्म अध्यात्म: सनातन परंपरा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है। ये कहानियाँ हिंदू धर्म के अनुयायियों को देवी-देवताओं के बारे में विस्तृत ज्ञान प्रदान करती हैं। इन मिथकों के अनुसार, शांता को श्रीराम की बहन के रूप में मान्यता दी गई थी और उनका विवाह श्रृंगी ऋषि से हुआ था। इसी प्रकार श्री कृष्ण की तीन बहनें थीं जिनके नाम सुभद्रा, एकंगा और महामाया थीं। भगवान शिव के पुत्र गणेश की बहनें थीं जिनका नाम अशोक सुंदरी, जया, विषहर, दोताली और शामलबारी था। इसके अतिरिक्त गणेश जी की बहन छठ मैया के सूर्यदेव की आराधना से प्रसन्न होने की कथा भी खूब सुनी जाती है।
यमुना जी यमराज की बहन हैं। मान्यता के अनुसार, भाई दूज के दिन अगर कोई बहन अपने भाई को पूजा करने के लिए यमुना नदी में खड़ी हो तो उसकी उम्र लंबी होती है। पौराणिक कथाओं में कई अन्य देवताओं की बहनों का भी उल्लेख है। हालाँकि, क्या आप जानते हैं कि भगवान शंकर की बहन कौन थीं? शिवजी की बहन का जन्म कैसे और क्यों हुआ? कुछ कहानियों में भगवान शंकर की बहन माता पार्वती के बीच मतभेद का भी जिक्र है।
पार्वतीजी ननद क्यों चाहती थीं
जब भगवान शिव की बहन के बारे में पूछा गया, तो अधिकांश व्यक्तियों का दावा होगा कि शंकरजी अनादि और अजन्मा हैं। इसलिए, उसकी बहन होना कैसे संभव है? आज हम भगवान शिव की बहन की उत्पत्ति की कहानी बताएंगे। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव ने माता पार्वती के अनुरोध पर अपनी एक बहन को बनाया था। दरअसल, माता पार्वती एक ननद चाहती थीं ताकि उनका मन लगा रहे। चूंकि भगवान शिव अनादि थे, इसलिए उनकी कोई बहन नहीं थी। ऐसे में माता पार्वती ने चिंतन और मनन किया।
शिव जी की बहन का जन्म कैसे और क्यों हुआ
भगवान शिव देवी पार्वती के विचारों से अवगत हो गए और पूछा कि क्या उन्हें कोई परेशानी है। पार्वती जी ने ननद की इच्छा प्रकट की। जवाब में, भगवान शिव ने उन्हें एक भाभी ढूंढने का वादा किया, लेकिन सवाल किया कि क्या वह उनके लिए अनुकूल होगी। पार्वती जी ने आत्मविश्वास से अपनी ननद से विवाह करने की इच्छा व्यक्त की। भगवान शिव ने उन्हें आश्वस्त किया और अपनी माया से एक देवी को उत्पन्न किया।
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