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हिंदू धर्म में रुद्राक्ष (Rudraksha) को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष (Rudraksha) को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. धर्म शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी. हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले बहुत से लोग रुद्राक्ष की पूजा भी करते हैं. ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले कष्ट दूर होते हैं. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि रुद्राक्ष की माला पहनने से अनेकों प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारियों से राहत मिलती है. इसके साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है. इतना ही नहीं रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को करियर में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी और पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं रुद्राक्ष धारण करने के नियम(Rudraksh Dharan Karne Ke Niyam).
-रुद्राक्ष की उत्पत्ति
हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति के विषय में जो उल्लेख मिलता है वह इस प्रकार है कि एक बार भगवान शिव 100 वर्षों तक ध्यान में लीन थे और जब किसी कारण से भगवान शिव अपने ध्यान से जागे, तब कई दिनों तक आंखें बंद रहने के कारण उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के इन्हीं आंसुओं से रुद्राक्ष के वृक्ष की उत्पत्ति हुई. इसी कारण से हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बहुत पवित्र और पूजनीय दर्जा प्राप्त है.
-रुद्राक्ष धारण करने के नियम
-ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि रुद्राक्ष को हम अपनी कलाई, गले और हृदय पर धारण कर सकते हैं. इसके अलावा रुद्राक्ष को गले में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है.
-यदि आप रुद्राक्ष को कलाई पर धारण करना चाह रहे हैं तो आप 12 रुद्राक्ष को कलाई पर धारण कर सकते हैं. इसके अलावा गले में 36 और हृदय पर 108 रुद्राक्ष की माला बनाकर इसको धारण करना चाहिए.
-रुद्राक्ष को भगवान शिव के साथ जोड़कर देखा जाता है, इसलिए इसे धारण करने से पहले सात्विक रहना और शुद्ध आचरण अपनाना बहुत जरूरी है. इसके अलावा रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसे भगवान शिव को समर्पित किया जाना चाहिए.
-रुद्राक्ष धारण करने के लिए सबसे पवित्र माह सावन का माना जाता है. इसके अलावा शिवरात्रि पर भी आप रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं या फिर इसे किसी भी माह के सोमवार को भी धारण किया जा सकता है.
Tagsरुद्राक्ष
Ritisha Jaiswal
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