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धर्म-अध्यात्म
जानिए प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमान जी को किस देवता से क्या वरदान प्राप्त हुआ
Kajal Dubey
29 March 2022 2:05 AM GMT
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हनुमान जी को अमर रहने का वरदान प्राप्त है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। संकट मोचन, भक्त हनुमान, अंजनी पुत्र, पवन पुत्र (Pwan Putra) और अनेक नाम से जाने जाने वाले बजरंगबली इस पृथ्वी पर आज भी भ्रमण कर रहे हैं. कहते हैं हनुमान जी (Lord Hanuman) को अमर रहने का वरदान प्राप्त है. एक चुटकी सिंदूर से प्रसन्न होने वाले भगवान हनुमान अपने हर भक्त का ख्याल रखते हैं और उनका हर संकट (Sankat) हर लेते हैं. हनुमान जी को मंगलवार (Tuesday) का दिन समर्पित किया गया है इस दिन उनकी पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं और आपने भक्तों को स्वस्थ रहने और मनचाहा वरदान का आशीर्वाद देते हैं. शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि हनुमान जी को कई तरह की शक्तियों का वरदान प्राप्त है. आज हम जानेंगे प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमान जी को किस देवता से क्या वरदान प्राप्त हुआ है.
सूर्य से मिला तेज
हनुमान जी को सूर्य देवता ने अपने तेज का सौवां अंश दिया है. यही कारण है कि हनुमान जी के सामने कोई वक्ता नहीं टिक पाता.
यम से मिला वरदान
धर्मराज यम से हनुमान जी को कभी भी यमराज का शिकार नहीं होने का वरदान प्राप्त है
कुबेर से मिला गदा
बजरंगबली को कुबेर से गदा प्राप्त हुआ. इसके अलावा उन्हें आशीर्वाद प्राप्त है कि किसी भी युद्ध में हनुमान जी को कोई परास्त नहीं कर सकता.
भगवान शंकर से मिला वरदान
भगवान शंकर ने वरदान दिया कि भक्त हनुमान को किसी भी अस्त्र से नहीं मारा जा सकता.
इंद्र से मिला वरदान
इंद्र के प्रहार से पवन पुत्र को हनुमान नाम प्राप्त हुआ. इंद्र और हनुमान जी के बीच हुए युद्ध में इंद्र ने हनुमान जी को यह वरदान दिया था कि भविष्य में कभी उनके वज्र का असर बजरंगबली पर नहीं होगा.
विश्वकर्मा से मिला वरदान
देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा से हनुमान जी को वरदान मिला कि विश्वकर्मा ने जितने भी शस्त्र बनाए हैं किसी का भी असर बजरंगबली पर नहीं होगा.
वरुण देव से विशेष वरदान
वरुण देव ने हनुमान जी को विशेष वरदान दिया था जिसके अनुसार 10 लाख वर्ष की आयु पूरी करने के बाद भी हनुमान जी की मृत्यु जल से नहीं हो सकती.
ब्रह्मा से मिला वरदान
बजरंगबली को दीर्घायु होने का वरदान ब्रह्मा से मिला. हनुमान जी अपनी इच्छा के अनुसार कोई भी रूप धारण करके कहीं भी जा सकते हैं.
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