धर्म-अध्यात्म

जानिए उन 5 गुणों के बारे जो असफलता से बचाएगा

Ritisha Jaiswal
6 March 2022 12:57 PM GMT
जानिए उन 5 गुणों के बारे जो असफलता से बचाएगा
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चाणक्य नीति में लिखी बातों को भले ही लोग पूराने जमाने की बातें कहते हों लेकिन आज भी बहुत से लोग चाणक्य नीति रुचि रखते हैं।

चाणक्य नीति में लिखी बातों को भले ही लोग पूराने जमाने की बातें कहते हों लेकिन आज भी बहुत से लोग चाणक्य नीति रुचि रखते हैं। चाणक्य नीति में दी गई बहुत सी बातों से भले ही आप सहमत न हों लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं जिन्हें लो ध्यान से पढ़ते हैं। आज प्रत्येक व्यक्ति अपने लक्ष्य में सफल होने लिए आतुर है। इसके लिए व्यक्ति कठिन मेहनत से लेकर साम, दाम, दंड और भेद तक नियम को भी अपनाने से नहीं चूकता। खासकर चाणक्य विचारों को मानने वाले लोग जरूर भिन्न-भिन्न प्रकार के रास्तों से मंजिल तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। लेकिन आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के कुछ ऐसे गुणों का भी वर्णन किया है जो इंसान असफल होने से बचाते हैं। जानिए उन 5 गुणों के बारे जो असफलता से बचाते हैं-

1- ज्ञान :
यहां ज्ञान का मतलब सूचना या जानकारी से है। व्यक्ति को सफलता के लिए अपने परिवेश, काम के विभिन्न पहलुओं की जानकारी, परिस्थिति आदि का आभास होना बहुत जरूरी है। जो अपने किसी कार्य परिणाम का अनुमान नहीं लगा सकते या उन्हें उसकी जानकारी नहीं होती वही अक्सर मात खा जाते हैं। ऐसे में आपको समाज के हर विषय व पहलुओं की जानकारी रखना बहुत जरूरी है। चाणक्य के अुनसार ज्ञान सफलता के लिए इंसान का पहला गुण है।
2- सजगता या खुलापन:
आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि दिमाग की खिड़कियां खुली रखो। यानी अपने आस-पास के माहौल व घटित होने वाली घटनाओं के बारे में हमेशा सजग रहना जरूरी है। जिस इंसान में यह गुण होता है चाणक्य के अनुसार, वह कभी असफल नहीं होता।
3- संचित धन :
अचानक कोई घटना घटने या परिस्थिति बदलने में आपका साथ केवल आपका संचित धन ही दे सकता है। इसलिए हमेशा बचन की आदत बनाएं और कुछ न कुछ धन बचाकर रखें। चाणक्य के अनुसार, धन संचय करने वाले लोग भी असफलता से बच सकते हैं।
4- आत्मविश्वास :
किसी भी कार्य में कामयाब होने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है खुद पर भरोसा करना। यदि आपको यकीन होगा कि आप यह काम कर पाएंगे तभी आप अपने काम में सफल हो सकते हैं। चाणक्य के अनुसार, सफल होने के लिए कभी अपने आत्मविश्वास को डगमगाने न दें।
5- धैर्य :
चाणक्य के अनुसार, किसी कार्य में आपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लीए इंसान में धैर्य होना जरूरी है। धैर्य के साथ जो लोग निनंरतर अपने लक्ष्य की ओर प्रयासरत रहते हैं उन्हें एक-न-एक दिन सफलता जरूरी मिलती है। इसलिए असफलता से विचलित न हों बल्कि जो कमी रह गई है उसे पहचान कर उस पर कार्य करना शुरू कर दें


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