धर्म-अध्यात्म

जानिए सावन माह के प्रमुख व्रत और त्योहारों के बारे में

Tara Tandi
14 July 2022 5:38 AM GMT
जानिए सावन माह के प्रमुख व्रत और त्योहारों के बारे में
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आज से सावन (Sawan) माह की शरूआत हुई है. आज पहले दिन देशभर के शिव मंदिरों में भक्त भोलेनाथ की पूजा करने के लिए पहुचे हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज से सावन (Sawan) माह की शरूआत हुई है. आज पहले दिन देशभर के शिव मंदिरों में भक्त भोलेनाथ की पूजा करने के लिए पहुचे हैं. धार्मिक दृष्टि से सावन माह का विशेष महत्व है. इस माह में सावन सोमवार व्रत और मंगला गौरी व्रत तो आते ही हैं, इनके अलावा प्रमुख व्रत और त्योहारों में रक्षाबंधन (Rakshabandhan), हरियाली तीज, नाग पंचमी, श्रावण अमावस्या, कामिका एकादशी, वरलक्ष्मी व्रत, श्रावण पुत्रदा एकादशी आदि शामिल हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं सावन माह के प्रमुख व्रत और त्योहारों के बारे में.

सावन 2022 व्रत और त्योहार
14 जुलाई, गुरुवार: सावन मा​​ह शुरु, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष का पहला दिन
16 जुलाई, शनिवार: गजानन संकष्टी चतुर्थी, सूर्य का राशि परिवर्तन, कर्क संक्रांति
18 जुलाई, सोमवार: पहला सावन सोमवार व्रत
19 जुलाई, मंगलवार: पहला मंगला गौरी व्रत
20 जुलाई, बुधवार: मासिक कालाष्टमी व्रत
24 जुलाई, रविवार: कामिका एकादशी
25 जुलाई, सोमवार: दूसरा सावन सोमवार व्रत, सोम प्रदोष व्रत
26 जुलाई, मंगलवार: दूसरा मंगला गौरी व्रत, सावन शिवरात्रि
28 जुलाई, गुरुवार: स्नान-दान की आमवस्या, श्रावण अमावस्या
29 जुलाई, शुक्रवार: श्रावण मास, शुक्ल पक्ष प्रारंभ
31 जुलाई, रविवार: हरियाली तीज
01 अगस्त: सोमवार: श्रावण विनायक चतुर्थी व्रत
02 अगस्त, मंगलवार: नाग पंचमी
03 अगस्त, बुधवार: स्कंद षष्ठी व्रत
08 अगस्त, सोमवार: श्रावण पुत्रदा एकादशी
09 अगस्त, मंगलवार: भौम प्रदोष व्रत
11 अगस्त, गुरुवार: रक्षाबंधन या राखी
12 अगस्त, शुक्रवार: श्रावण पूर्णिमा व्रत, वरलक्ष्मी व्रत
इन सभी व्रतों में सावन सोमवार और मंगला गौरी व्रत की प्रतीक्षा पूरे साल लोगों को रहती है, वैसे ही रक्षाबंधन, हरियाली तीज जैसे त्योहार विशेष महत्व के हैं. मंगला गौरी व्रत और हरियाली तीज व्रत अखंड सौभाग्य की कामना से किया जाता है और जीवनसाथी की लंबी आयु के लिए ये व्रत रखते हैं. बहनों और भाइयों को रक्षाबंधन त्योहार का बेसब्री से इंतजार रहता है. रक्षाबंधन को राखी भी कहते हैं. इस दिन बहनें भाइयों को राखी बांधती हैं और उनसे रक्षा का वचन लेती हैं.
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