धर्म-अध्यात्म

जानें कुंडली के कुछ शापित योग के बारे में

Ritisha Jaiswal
27 Feb 2022 11:49 AM GMT
जानें कुंडली के कुछ शापित योग के बारे में
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ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली में मौजूद योग जीवन की दशा और दिशा को बदलने में सक्षम होते हैं.

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली में मौजूद योग जीवन की दशा और दिशा को बदलने में सक्षम होते हैं. इनमें से कुछ तो ऐसे भी होते हैं जिसके प्रभाव से पूरा जीवन नर्क बन जाता है. ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि कुंडली के अशुभ योग, शुभ से अधिक और जल्द असर डालते है. आइए जानते हैंकुंडली के कुछ शापित योग के बारे में.

पितृ दोष
कुंडली में पितृ दोष सूर्य-राहु या सूर्य-शनि की वजह से बनता है. जिस इंसान की कुंडली में यह दोष होता है उसे पितृ तर्पण जरूर करना चाहिए. इसके अलावा आश्विन मास में पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध करना चाहिए.
मातृ दोष
जिस इंसान की कुंडली में चंद्रमा पंचमेश होकर शनि-राहु और मंगल जैसे क्रूर ग्रहों से मिलकर आक्रांत हो गया हो यो फिर कुंडली के 5वें, 9वें स्थान पर गुरु अकेला बैठा हो तो संतान खुख में बधा उत्पन्न होती है. ऐसे में चांदी के बर्तने में गाय का दूध भरकर ब्राह्मण को दान करना चाहिए.
प्रेत शाप
जिस इंसान की कुंडली के पांचवें भाव में शनि, सूर्य 7वें में कमजोर चंद्रमा और लग्न में राहु हो, साथ ही कुंडली के 12वें भाव में बृहस्पति हो तो यह प्रेत शाप दोष बनता है. इस दोष की वजह से वंश वृद्धि में बाधा आती है. ये क्रम वर्षों तक चलता रहता है.
ब्राह्मण शाप
जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु स्थान पर राहु बैठा हो, 5वें पर गुरु, मंगल या शनि हो, नवमेश अष्टम में हो तो इससे ब्राह्मण शाप का दोष बनता है. इस दोष के कारण संतान का से जुड़ी समस्या आती है. इसके निदान के लिए लक्ष्मी नारायण की मूर्तियों का दान करना चाहिए. साथ ही गोदान, कन्यादान करना चाहिए.


Ritisha Jaiswal

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