धर्म-अध्यात्म

कछुए वाली रिंग को पहनते समय इन बातों का रखें ध्यान

Tara Tandi
2 July 2022 1:47 PM GMT
कछुए वाली रिंग को पहनते समय इन बातों का रखें ध्यान
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लोगों अपनी लुक को खूबसूरत बनाने के लिए कई तरीके आजमाते हैं, जिनमें से एक अंगूठी पहनना भी है. ये तरीका बहुत पुराने समय से अपनाया जा रहा है,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लोगों अपनी लुक को खूबसूरत बनाने के लिए कई तरीके आजमाते हैं, जिनमें से एक अंगूठी पहनना भी है. ये तरीका बहुत पुराने समय से अपनाया जा रहा है, जिसमें सोने, चांदी और डायमंड को पहनना आम बात है. वहीं कुछ लोग अंगूठी को ज्योतिष और वास्तु (Vastu Shastra) के अनुसार पहनते हैं. माना जाता है कि इन्हें पहनने से जीवन में सुख एवं समृद्धि आती है, कारोबार या नौकरी में लाभ होता है और इनसे कुंडली में धन का योग भी बनता है. ज्योतिष के नियमों का पालन करके लोग अंगुठियों में पुखराज व अन्यों रत्नों को भी पहनते हैं, हालांकि इनमें ग्रहों का खास ध्यान रखा जाता है. वैसे आजकल लोग कछुआ रिंग भी पहनने लगे हैं, जिसका सीधा संबंध धन की देवी माता लक्ष्मी से माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अलावा फेंगशुई शास्त्र में भी कछुए को धन और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है.

कछुए की रिंग को पहनते समय कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. इनकी अनदेखी एक तरह की गलती होती है औये फायदे के बजाय नुकसान पहुंचा सकती है. जानें इन जरूरी बातों या गलतियों के बारे में…
बिना पूछे रिंग को पहनना
हर रत्न या कछुआ रिंग को पहनने से पहले ज्योतिष शास्त्र की समझ रखने वाले व्यक्ति से पहले जानकारी इकट्ठा कर लेनी चाहिए. कुंडली में ग्रहों की भूमिका या स्थान जानने के बाद कछुआ रिंग को पहनें. जातक कभी-कभी बिना सलाह के इस रिंग को डालने की भूल करते हैं और उन्हें धन की हानि होने लगती है. इसके अलावा ऐसे लोगों की तरक्की में बाधाएं आने लगती हैं. बिना सलाह के इसे पहनने की भूल न करें.
किसी भी दिन न खरीदें ये रिंग
लोग कछुआ रिंग को पहनते समय नियमों का पालन कर लेते हैं, लेकिन कब खरीदना चाहिए इसमें वे अक्सर भूल कर देते हैं. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि इसे भी खास समय पर खरीदना चाहिए. शास्त्रों की मानें तो कछुआ रिंग को खरीदने के लिए शुक्रवार का दिन शुभ रहता है. दरअसल, शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होता है और कछुए का संबंध धन से माना जाता है. ऐसे में आपको इसी दिन इस रिंग को खरीदना चाहिए और पहनने से पहले सभी नियमों का पालन करना चाहिए.
बिना पूजा-पाठ के पहन लेना
ये भी देखा गया है कि जिस तरह लोग सोने व चांदी की अंगूठी को लोग किसी भी समय पहन लेते हैं, उसी तरह वे कछुआ रिंग को भी पहनने की गलती करते हैं. रत्नों को पहनते समय पूजा-पाठ किया जाता है और इसी तरह कछुआ रिंग को पहनते समय भी दिन, समय और मुहूर्त का ध्यान रखना चाहिए और पूजा-पाठ करके ही इसे पहनना चाहिए. इस निमय का पालन करके धन के योग और बढ़ जाते हैं.
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